नई दिल्ली। बाबा साहेब आंबेडकर के पोते प्रकाश आंबेडकर (Prakash Ambedkar) ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा अमित शाह की संविधान निर्माता पर टिप्पणी वही पुरानी मानसिकता को दर्शाती है। गृह मंत्री की टिप्पणी पर बुधवार को पूरे दिन सियासत गरमाई हुई रही। विपक्ष ने शाह से इस्तीफे की मांग की और माफी मांगने के लिए कहा। हालांकि शाम को अमित शाह ने बीजेपी कार्यालय में प्रेस वार्ता कर कांग्रेस पर निशाना साधा।
वहीं इस मामले में वंचित बहुजन अघाड़ी के प्रमुख प्रकाश आंबेडकर ने पुणे में कहा भाजपा के अस्तित्व में आने से पहले इसके पूर्ववर्ती जनसंघ और आरएसएस ने संविधान को अपनाए जाने के समय बाबासाहेब का विरोध किया था। उन्होंने कहा कि शाह के बयान से भाजपा की पुरानी मानसिकता उजागर हो गई। आंबेडकर के पोते ने कहा बयान में कुछ भी नया नहीं है। वे अपनी पुरानी योजनाओं को अमल में नहीं ला पा रहे हैं। वे कांग्रेस के कारण नहीं, बल्कि बाबासाहेब के कारण इसी तरह नाराज रहेंगे। इस पर भी प्रकाश आंबेडकर ने खासतौर पर टिप्पणी की।
उन्होंने कहा कि भगवान का नाम लेना तो फिर एक तरह से मनुवाद को ही स्वीकार करना हुआ। प्रकाश आंबेडकर ने इस बीच महाराष्ट्र के परभणी में हुई हिंसा का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि वहां मारे गए सोमनाथ सूर्यवंशी के परिजनों को 1 करोड़ रुपये का मुआवजा मिलना चाहिए।
जानें शाह ने क्या कहा?
प्रकाश यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा शाह की टिप्पणी का तात्पर्य है कि हमें बीआर आंबेडकर (BR Ambedkar) से ज्यादा भगवान का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा ईश्वर का सम्मान करना मनुवाद को स्वीकार करने के समान ही अच्छा है।
बता दें कि राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान अमित शाह ने कहा था अभी एक फैशन हो गया है- आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर। इतनी बार अगर भगवान का नाम लेते तो सात जन्मों का स्वर्ग मिल जाता। अगर उन्होंने इतनी बार भगवान का नाम लिया होता तो उन्हें स्वर्ग में जगह मिल जाती।