फर्रुखाबाद। बिजली विभाग की लापरवाही और अधिकारियों की उदासीनता ने उपभोक्ताओं को परेशानी में डाल दिया है। शहर के एक दुकानदार ने 31 अक्टूबर को विधिवत अपना बिजली बिल जमा किया, परंतु आज 10 दिन बीत जाने के बाद भी उसकी विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं की गई। लगातार शिकायतें करने और अधिकारियों से गुहार लगाने के बावजूद कोई समाधान नहीं निकला है।
पीडि़त दुकानदार मोहित कटियार ने बताया कि उनकी दुकान सेंटर जेल चौराहे के निकट है। “मैंने 31 अक्टूबर को ही बिल का भुगतान कर दिया था, जिसकी रसीद मेरे पास मौजूद है। उसके बावजूद अब तक बिजली चालू नहीं की गई। रोजाना पावर हाउस के 30 से अधिक चक्कर लगा चुका हूँ, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही।”
उन्होंने बताया कि एसडीओ अजय कुमार को व्हाट्सएप पर संदेश भेजे गए, साथ ही ऑनलाइन शिकायत भी दर्ज कराई गई, पर स्थिति जस की तस बनी हुई है। दुकान में बिजली न होने के कारण व्यवसाय पूरी तरह ठप हो गया है, जिससे आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है।
स्थानीय लोगों ने भी बिजली विभाग के रवैये पर नाराजग़ी जताई है। उनका कहना है कि “सरकार ने तो स्मार्ट मीटर लगवाकर उपभोक्ताओं से आधुनिक प्रणाली का वादा किया था, परंतु जब सेवा ही समय पर न मिले तो यह स्मार्ट सिस्टम किस काम का?”
वहीं, पावर हाउस कर्मचारियों की मनमानी और जवाबदेही की कमी के चलते आम जनता को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। कई लोगों का कहना है कि जब तक उच्चाधिकारी स्वयं संज्ञान नहीं लेंगे, तब तक विभागीय लापरवाही जारी रहेगी।
जनता का सवाल है — “क्या यही है स्मार्ट बिजली व्यवस्था, जिसमें बिल जमा करने के बावजूद उपभोक्ता अंधेरे में रहने को मजबूर है?”
अब देखना यह होगा कि जिला प्रशासन और बिजली विभाग के वरिष्ठ अधिकारी कब इस मामले में संज्ञान लेते हैं और पीडि़त दुकानदार को राहत दिलाते हैं।




