फर्रुखाबाद: गणेश महोत्सव की धूमधाम के बीच फर्रुखाबाद में गणेश विसर्जन (Ganesh immersion) यात्राओं पर पुलिस की सख्ती (Police strictness) ने विवाद खड़ा कर दिया है। रेलवे रोड क्षेत्र में दरोगा ने विसर्जन यात्रा को रोकते हुए डीजे बंद करा दिया, जिसके बाद भक्तों ने हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस की इस कार्रवाई को भक्तों ने धार्मिक भावनाओं का अपमान बताया और प्रशासन पर भेदभाव के आरोप लगाए।
रेलवे रोड स्थित ओम साईं मंदिर से गणेश प्रतिमा विसर्जन यात्रा गंगा तट की ओर जा रही थी। भक्त डीजे की धुन पर झूमते हुए आगे बढ़ रहे थे कि तभी चौकी इंचार्ज राहुल चौधरी ने यह कहते हुए यात्रा रोक दी कि आयोजकों के पास प्रशासन की अनुमति नहीं है। डीजे गाड़ी बंद करा दी गई और आगे बढ़ने से मना कर दिया गया। श्रद्धालु इस व्यवहार से भड़क उठे और मौके पर जमकर हंगामा हुआ।
इसी दौरान रेलवे स्टेशन के पास सौरव सक्सेना द्वारा स्थापित प्रतिमा की विसर्जन यात्रा भी निकली। लेकिन रेलवे रोड पहुंचते ही पुलिस ने इसे भी रोक दिया और डीजे बंद कराने के बाद यात्रा को आगे बढ़ने नहीं दिया। मामला तूल पकड़ने पर जब दरोगा राहुल चौधरी से सफाई लेने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन कॉल रिसीव नहीं किया। वहीं शहर कोतवाल राजीव पांडे और नगर क्षेत्राधिकारी ऐश्वर्या उपाध्याय से भी संपर्क नहीं हो सका। वरिष्ठ अधिकारियों की चुप्पी ने श्रद्धालुओं का आक्रोश और बढ़ा दिया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि शहर के अन्य इलाकों में कई विसर्जन यात्राएं डीजे के साथ शांतिपूर्वक निकलीं और गंगा घाट तक पहुंचीं, फिर केवल रेलवे रोड क्षेत्र में ही सख्ती क्यों दिखाई गई? भक्तों ने सवाल उठाया कि पुलिस की यह कार्रवाई पूर्वाग्रहपूर्ण और भेदभाव से भरी हुई है। पिछले साल भी शहर कोतवाल राजीव पांडे पर गणेश विसर्जन यात्रा के दौरान लाठीचार्ज का आरोप लगा था। इस बार फिर उसी तरह की घटना दोहराए जाने से श्रद्धालुओं में गहरी नाराज़गी देखी जा रही है।