प्रयागराज: कौशांबी में पाल समाज की नाबालिग बच्ची के साथ कथित दुष्कर्म मामले को लेकर सियासत तेज हो गई है। इसी को लेकर भीम आर्मी पार्टी (Bhim Army party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व नगीना लोकसभा सांसद चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad) पीड़िता से मिलने जा रहे थे तभी प्रयागराज के करछना (karchana) के इसौटा गांव में रविवार को उन्हें रोक लिया गया। चंद्रशेखर आजाद को रोके जाने पर आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जमकर उत्पात मचाया और उपद्रवियों ने पत्थरबाजी करते हुए मौके पर मौजूद कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की। पुलिस की गाड़ियां, बसों समेत कई प्राइवेट गाड़ियों को भी तोड़ा गया है।
प्रशासन ने चंद्रशेखर को कौशाम्बी जाते वक्त सर्किट हाउस में हॉउस अरेस्ट कर लिया तो नाराज भीम आर्मी के कार्यकर्ताओ ने रविवार शाम हनुमानपुर मोरी पर करछना-कोहड़ार मार्ग पर जमा हो गए। पुलिस के रोकने पर उपद्रवियों ने पुलिस की चार गाड़ियों, एक निजी बस और राहगीरों की 10 गाड़ियों में तोड़फोड़ की। करछना के भडेवरा बाजार में समर्थकों ने आम नागरिकों पर ईंट-पत्थर चलाए। सूत्रों मिल रही है कि, भीम आर्मी के 17 कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
हनुमानपुर मोरी से भड़ेवरा बाजार तक दुकानदारों पर हमला, मारपीट और अभद्रता की घटनाएं सामने आईं हैं। बताया जा रहा है कि पथराव में कई पत्रकार और पुलिसकर्मी भी घायल हो गये। तहसीलदार ने 200 वर्ग मीटर आवासीय और 11 बीघा कृषि पट्टा आवंटित होने की पुष्टि की है। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि तहसील प्रशासन ने आवासीय और कृषि पट्टा नहीं दिया। स्थानीय ग्रामीण पुलिस के समर्थन में उतर गए हैं. क्षेत्र में तनाव बना हुआ है।