कमालगंज: थाना कमालगंज (Police Station Kamalganj) के प्रभारी राजीव कुमार पर गंभीर आरोप लगे हैं कि उन्होंने एक सेवानिवृत्त ग्राम विकास अधिकारी की सरेआम लूट (robbery) की घटना को दबाने का प्रयास किया और पीड़ित को न्याय के बजाय टालमटोल में उलझा दिया।
कस्बा कमालगंज के मोहल्ला शास्त्री नगर निवासी यदुनाथ सिंह सोमवंशी, जो कि ग्राम विकास अधिकारी पद से सेवानिवृत्त हैं और पूर्व वॉलीबॉल चैंपियन रह चुके हैं, उनके साथ दिनदहाड़े लूट की सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया गया। पीड़ित को एक अज्ञात नंबर से फोन आया, जिसमें वॉलीबॉल मैच में रेफरी बनने का झांसा देकर उन्हें याकूतगंज क्रॉसिंग बुलाया गया। वहां से आरोपी उन्हें टेंपो में बैठाकर कुतुबपुर बाघार भोजपुर थाना क्षेत्र ले गया, जहां एक बाग में गाली-गलौज कर तमंचे की नोक पर सोने की चेन, अंगूठी और मोबाइल लूट लिया गया।
घटना के बाद यदुनाथ सिंह और उनकी पुत्री नीलम राठौर ने थाना कमालगंज पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन थाना प्रभारी राजीव कुमार ने उन्हें यह कहकर टाल दिया कि “जनसुनवाई में आना।” जब मामला गंभीर होने लगा, तब थाना प्रभारी खुद पीड़ित के घर पहुंचे और औपचारिकता पूरी करने के लिए तहरीर ली।
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि जब इस मामले पर थाना प्रभारी राजीव कुमार से उनका पक्ष जानने के लिए उनके सरकारी नंबर पर कॉल किया गया, तो उन्होंने फोन उठाना तक मुनासिब नहीं समझा।