श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने रविवार को श्रीनगर शहर में दवा की दुकानों (medicine shops) का निरीक्षण (inspected) तेज कर दिया ताकि पारदर्शिता बढ़ाई जा सके, गैरकानूनी गतिविधियों के लिए परिसरों के दुरुपयोग को रोका जा सके और स्वास्थ्य संस्थानों में सुरक्षा व्यवस्था को मज़बूत किया जा सके। पुलिस ने कहा कि शहर के स्वास्थ्य संस्थानों और सुरक्षा प्रोटोकॉल में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए चल रहे प्रयासों के तहत ये निरीक्षण किए गए।
पिछले महीने हुई व्यापक तलाशी और निरीक्षण अंतर-राज्यीय जैश-ए-मोहम्मद और अंसार ग़ज़वातुल हिंद मॉड्यूल के भंडाफोड़ का नतीजा हैं, जिसका पिछले महीने दिल्ली में लाल किला विस्फोट के पीछे होने का संदेह है। इस मॉड्यूल से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किए गए थे, जिसमें चार डॉक्टर शामिल थे, जिनमें से तीन कश्मीर के थे। पिछले महीने जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अनंतनाग स्थित सरकारी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) के एक लॉकर से एक राइफल जब्त की थी, जो विस्फोट के एक आरोपी को आवंटित की गई थी।
पुलिस ने एक बयान में कहा कि निरीक्षण का उद्देश्य अवैध या खतरनाक सामग्रियों के अनधिकृत भंडारण के लिए मेडिकल दुकानों के दुरुपयोग को रोकना, गैरकानूनी गतिविधियों को बढ़ावा देना और चिकित्सा संस्थानों के भीतर आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करना है। पुलिस ने बताया कि दवाओं, चिकित्सा उपकरणों और कैश बुक की गहन जाँच की गई और दुकान मालिकों को उचित सुरक्षा प्रोटोकॉल और अनिवार्य दस्तावेज़ीकरण आवश्यकताओं का पालन करने की याद दिलाई गई।
निरीक्षण के दौरान, पुलिस टीमों ने स्टॉक और बिक्री रिकॉर्ड के उचित रखरखाव, खरीदारों के लिए पहचान सत्यापन प्रक्रियाओं, सुरक्षा संबंधी दिशानिर्देशों के अनुपालन और लाइसेंस की वैधता और नियामक मानदंडों के पालन की जाँच की। पुलिस ने बताया कि दुकान मालिकों को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बारे में जानकारी दी गई और उनसे सतर्क रहने, संदिग्ध लेनदेन की तुरंत सूचना देने और संचालन में पूरी पारदर्शिता बनाए रखने का आग्रह किया गया। शहर में सुरक्षित वातावरण बनाए रखने के लिए नियमित सतर्कता के तहत इस तरह के निरीक्षण नियमित रूप से किए जाएँगे।


