फर्रुखाबाद। थाना कमालगंज क्षेत्र के इंदिरा नगर में धर्म परिवर्तन कराए जाने की सूचना पर पुलिस और प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची। शिकायत में शहर के एक चर्चित चिकित्सक पर वाल्मीकि समाज के लोगों को धर्मांतरण के लिए नौकरी और पैसों का लालच देने तथा इन्कार करने पर जान से मारने की धमकी देने का गंभीर आरोप लगा है।
शिकायत के बाद एसडीएम सदर रजनी कांत पांडेय, सीओ अमृतपुर अजय वर्मा, थानाध्यक्ष राजीव कुमार, और लेखपाल अभय त्रिवेदी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच की।
इंदिरा नगर निवासी अशोक वाल्मीकि, बबलू वाल्मीकि, राजेश वाल्मीकि समेत अन्य लोगों ने आरोप लगाया है कि शहर के बढ़पुर निवासी एक डॉक्टर बीते कुछ समय से उनकी बस्ती में आकर लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए उकसा रहा है।
शिकायतकर्ताओं का कहना है कि डॉक्टर और उसके साथी पहले धर्म परिवर्तन के लिए लालच देते हैं — नौकरी, पैसों और सुविधाओं का वादा करते हैं। लेकिन जब कोई धर्म बदलने से इनकार करता है, तो उन्हें और उनके बच्चों तक को जान से मारने की धमकी दी जाती है।
स्थानीय लोगों ने बस्ती में स्थित एक धर्मशाला और चर्च जैसी संरचना पर भी सवाल उठाए हैं, जिसके बारे में दावा किया जा रहा है कि उसका उपयोग धर्म परिवर्तन की गतिविधियों के लिए किया जा रहा है।
एसडीएम सदर रजनी कांत पांडेय ने बताया कि “शिकायत प्राप्त हुई है जिसमें कुछ लोग एक-दूसरे पर धर्मांतरण के प्रयास और धमकी देने का आरोप लगा रहे हैं। प्रारंभिक जांच में दोनों पक्ष वाल्मीकि समाज के ही हैं, जिनमें आपसी विवाद की भी बात सामने आई है। मामले की गहराई से जांच की जा रही है, जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।”
शिकायतकर्ताओं ने यह भी बताया कि जिलाधिकारी कार्यालय में भी इस संबंध में ज्ञापन दिया गया था, जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया। फिलहाल मामले की जांच जारी है, और डॉक्टर सहित किसी भी आरोपी के खिलाफ अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
इस प्रकरण ने एक बार फिर धर्म परिवर्तन से जुड़ी गतिविधियों को लेकर समाज में जागरूकता और संवेदनशीलता की आवश्यकता को रेखांकित किया है। प्रशासन का कहना है कि मामले में कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा।