कानपुर: आज कल पति-पत्नी (husband and wife) के विवाद व एक दूसरे की हत्या की खबरे रोजाना सामने आ रही है लेकिन कानपुर (Kanpur) में पति की आत्महत्या (suicide) में पुलिस का शामिल होना भी कह सकते है। सजेती थाना क्षेत्र के कोटरा गांव में जीतू निषाद का पत्नी से झगड़ा हुआ, जिसके बाद पत्नी ने पुलिस बुलाई। पुलिस ने जीतू को बेरहमी से पीटा और उससे 50,000 मांगे। जीतू ने अनाज बेचकर 20,000 तो दे दिए, लेकिन बाकी नहीं दे पाया। पुलिस का उत्पीड़न जारी रहा, जब वह हार गया तब आखिरकार, जीतू ने आत्महत्या कर ली।
जानकारी के मुताबिक, जीतू निषाद की पत्नी सुमन और तीन बेटियां है। जीतू सूरत में प्राइवेट नौकरी करता था और पिछले तीन महीने से गांव में रह रहा था। दोनों में विवाद हुआ तो सुमन अपने तीन बेटियों के साथ मायके बीरबल अकबरपुर चली गई। जब जीतू अपनी पत्नी को मनाने के लिए बीते सोमवार को ससुराल गया तो वहां उससे दुर्व्यवहार किया गया। सुमन के पिता ग्राम प्रधान हैं, उन्होंने पुलिस में शिकायत की तो मौके पर पुलिस पहुँच कर जीतू की पिटाई कर दी गई।
मृतक के पिता ने बताया, पुलिस ने जब जीतू के सात बुरा सुलूक किया और पचास हजार रुपये की मांग की जिसके बाद बेटे ने अनाज बेचकर उन्हें 20000 रूपये दिए थे लेकिन वह बाकी के बचे हुए रुपये नहीं दे पाया। जिसके बाद पुलिस का उत्पीड़न जारी रहा और इस दबाव और अपमान से तंग आकर जीतू ने आत्महत्या कर ली।
पुलिस उपायुक्त दक्षिण श्री दीपेन्द्र चोधरी ने बताया है कि आरोपी दरोगा, हेड कांस्टेबल, ससुर और पत्नी पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी है और ग्रामीणों ने भारी विरोध दर्ज कराया। फिलहाल इस मामले में इंसपेक्टर गौरव सोलिया और रवि सिंह मुख्य आरोपी है, इन पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।