पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ का सनसनीखेज कबूलनामा। भारत ने ब्राह्मोस मिसाइल से रावलपिंडी जैसे सैन्य ठिकानों को बनाया था निशाना। हमले के बाद भी पाक सेना नहीं कर सकी कोई जवाबी कार्रवाई। मोदी सरकार के साहसिक कदम ने उड़ा दिए थे होश। अब खुलासा खुद शरीफ ने किया, मचा हड़कंप।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ ने हाल ही में एक इंटरव्यू में बड़ा खुलासा करते हुए स्वीकार किया कि भारत ने ब्राह्मोस मिसाइलों से रावलपिंडी और अन्य सैन्य ठिकानों पर हमला किया था। यह हमला इतना सटीक और तीव्र था कि पाकिस्तान कोई जवाब देने की स्थिति में नहीं था। शरीफ के इस बयान ने एक बार फिर दिखा दिया कि भारत की सैन्य रणनीति कितनी प्रभावशाली और निर्णायक है। इस कबूलनामे के बाद पाकिस्तान की सेना की रणनीतिक असफलता एक बार फिर जगजाहिर हो गई है।
भारत की ओर से यह हमला तब किया गया जब पाकिस्तान की ओर से संभावित उकसावे की स्थिति बन रही थी। भारतीय खुफिया एजेंसियों ने समय रहते चेतावनी दी और सरकार ने तुरंत एक्शन में आकर ब्राह्मोस मिसाइलों से पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। यह हमला रावलपिंडी, जहां पाकिस्तानी सेना का मुख्यालय है, तक पहुंच गया।
क्यों चुप रहे पाकिस्तान के जनरल?
शहबाज़ शरीफ ने इस हमले की पुष्टि करते हुए माना कि सेना को न तो इसकी जानकारी पहले से थी, न ही तैयारी। सेना ने न कोई जवाब दिया, न ही जनता को जानकारी दी। यह चुप्पी अब सवालों के घेरे में है। आखिर सेना जो हमेशा भारत को घूरती रहती है, वह इस बार इतनी शांत क्यों रही?
भारत द्वारा इस्तेमाल की गई ब्राह्मोस मिसाइल अपनी रफ्तार और सटीकता के लिए जानी जाती है। यह हमला पाकिस्तान के लिए केवल चेतावनी नहीं बल्कि एक संदेश था—भारत अब केवल बोलता नहीं, सीधे जवाब देता है। शहबाज़ शरीफ का कबूलनामा इस बात का जीता-जागता प्रमाण है।
भारत ने एक बार फिर दिखा दिया कि अब कोई भी उकसावे की कार्रवाई बिना जवाब के नहीं जाएगी। शहबाज़ शरीफ का यह कबूलनामा बताता है कि भारत की सैन्य शक्ति से पड़ोसी देश भी थर्राते हैं।