भुवनेश्वर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने शुक्रवार को ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में 18वें प्रवासी भारतीय दिवस के मौके पर प्रवासी भारतीय सम्मेलन का शुभारंभ किया। पीएम मोदी ने इस मौके पर प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और कहा कि हमारे सामने 2047 का लक्ष्य है। विकसित भारत के निर्माण की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए पीएम मोदी ने सम्राट अशोक से लेकर महात्मा बुद्ध तक की चर्चा की और यह भी कहा कि पिछले 10 साल में दुनिया के कई नेताओं से हमारी मुलाकात हुई और सबने अपने देश में रहने वाले प्रवासी भारतीयों की सराहना की।
पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया में भारत का डंका बज रहा है। भारत की बात को आज दुनिया ध्यान से सुनती है। आज का भारत अपना पक्ष तो मजबूती से रखता ही है, ग्लोबल साउथ की आवाज को भी पूरी ताकत से उठाता है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत की सफलता आज दुनिया देख रही है। आज जब भारत का चंद्रयान शिव शक्ति पॉइंट पर पहुंचता है, जब दुनिया डिजिटल इंडिया की ताकत देखकर हैरान होती है तो हम सभी को गर्व होता है। पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत का हर सेक्टर आसमान की ऊंचाई छूने को आगे बढ़ रहा है।
प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए उन्होंने आगे कहा कि 21वीं सदी का भारत जिस तेजी से आगे बढ़ रहा है, जिस पैमाने पर देश में विकास के काम हो रहे हैं, वह अभूतपूर्व है। पीएम मोदी ने लड़ाकू विमान के देश में ही निर्माण का भी जिक्र किया और कहा कि पीएम मोदी ने आगे कहा कि कुछ ही दिनों में प्रयागराज में महाकुंभ शुरू हो जाएगा। मकर संक्रांति, माघ बिहू जैसे त्योहार भी आने वाले हैं। हर तरफ आनंद का वातावरण रहेगा। उन्होंने इतिहास की चर्चा करते हुए कहा कि दुनिया में जब तलवार के जोर पर साम्राज्य बढ़ाने का दौर था, तब हमारे सम्राट अशोक ने यहां शांति का रास्ता चुना था।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी विरासत का ये वही बल है जिसकी प्रेरणा से आज भारत दुनिया को ये कह पाता है कि भविष्य युद्ध में नहीं है, बुद्ध में है। उन्होंने कहा कि हमेशा ही भारतीय डायस्पोरा को भारत का राष्ट्रदूत माना है। बहुत खुशी होती है जब पूरी दुनिया में आप सभी साथियों से मिलता हूं, बातचीत करता हूं। आपका प्यार, आपका आशीर्वाद हमेशा मेरे साथ रहता है। पीएम मोदी ने प्रवासी भारतीयों की तारीफ करते हुए कहा कि भारतीय जहां भी जाते हैं, वहां के समाज के साथ जुड़ जाते हैं। वहां के नियम और परंपरा का सम्मान करते हैं।
उन्होंने आगे ये भी कहा कि हम पूरी ईमानदारी से उस देश की, उस समाज की सेवा करते हैं। इन सबके साथ ही हमारे दिल में भारत भी धड़कता रहता है। पीएम ने कहा कि हम सिर्फ मदर ऑफ डेमोक्रेसी नहीं हैं। डेमोक्रेसी हमारे जीवन का हिस्सा हैं। हमें डायवर्सिटी सिखानी नहीं पड़ती, हमारा जीवन ही डायवर्सिटी से चलता है। उन्होंने इस मौके पर अपनी अगुवाई वाली सरकार की उपलब्धियां भी गिनाईं।