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Sunday, September 21, 2025

पीएम मोदी का देश के नाम संबोधन- GST उत्सव बचत बढ़ाएगा, परिवारों में खुशियां लाएगा

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) ने रविवार को देश के नाम संबोधन किया। नवरात्र‍ि और नया GST लागू होने से एक द‍िन पहले प्रधानमंत्री मोदी के इस संबोधन को काफी खास माना जा रहा है। पीएम मोदी ने कहा, कल से शुरु GST बचत उत्सव हो रहा है। कल से देश में नया GST लागू होगा। इस उत्सव के मौसम में सबका मुंह मीठा होगा। यह एक नया इतिहास रचने की शुरुआत है। हाल के सुधारों पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जीएसटी सुधार हर परिवार के लिए खुशियां लेकर आएगा और भारत की विकास गाथा को गति देगा।

नया वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) ढांचा सोमवार (22 सितंबर) यानी नवरात्री के परवन पर्व से से लागू होने वाला है। इस महीने की शुरुआत में, जीएसटी परिषद ने जीएसटी सुधारों की घोषणा की थी, जिसमें 12 और 28 प्रतिशत की कर दरों में कटौती की गई थी। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 3 सितंबर को जीएसटी परिषद की बैठक की अध्यक्षता करते हुए इस फैसले की घोषणा की।

उन्होंने कहा, “मुझे इस बात की खुशी है कि दुकानदार भाई-बहन जीएसटी बदलाव से उत्साह में है। वो इसे कस्टमर तक पहुंचाने में जुटे हैं। हम नागरिक देवो भव: के जिस मंत्र के साथ आगे बढ़ रहे हैं। नए जीएसटी में इसकी झलक दिखती है। अगर हम इनकम टैक्स और जीएसटी छूट को जोड़ दें तो देश के लोगों को 2.5 लाख करोड़ से ज्यादा की बचत होगी।”

पीएम मोदी ने देश को संबोधित करते हुए कहा अब आपके लिए घूमना-फिरना सस्ता हो जाएगा क्योंकि ज्यादातर होटलों पर से GST कम कर दिया गया। हम नागरिक देवो भव के मंत्र के साथ आगे बढ़ रहे हैं। GST सुधारों में इसकी साफ झलक दिखाई दे रही है… यह बजत उत्सव है। विकसित भारत के लक्ष्य तक पहुंचने के लिए हमें आत्मनिर्भरता के रास्ते पर चलना होगा। जो हम देश में बना सकते हैं, वह हमें देश में ही बनाना चाहिएGST की दर कम होने से हमारे MSME को बहुत फायदा होगा।

पीएम मोदी ने कहा, जब भारत ने 2017 में जीएसटी सुधार शुरू किया, तो इसने अपने पुराने इतिहास को बदलने और एक नए इतिहास के निर्माण की शुरुआत की। दशकों से, हमारे देश के लोग और हमारे देश के व्यापारी विभिन्न करों के जाल में उलझे हुए थे। ऑक्ट्रॉय, प्रवेश कर, बिक्री कर, उत्पाद शुल्क, वैट, सेवा कर – ऐसे दर्जनों कर हमारे देश में थे। एक शहर से दूसरे शहर में सामान भेजने के लिए, हमें अनगिनत जाँच चौकियों को पार करना पड़ता था।

इसके अतिरिक्त, तंबाकू और पान मसाला, सिगरेट, बीड़ी और वातित शर्करा युक्त पेय जैसे उत्पादों और लक्जरी वाहनों, 350 सीसी से अधिक क्षमता वाली उच्च क्षमता वाली मोटरसाइकिलों, नौकाओं और हेलीकॉप्टरों सहित विलासिता और अहितकर वस्तुओं के लिए भी 40 प्रतिशत का स्लैब है।

देश की वर्तमान आवश्यकताओं और भविष्य के सपनों को ध्यान में रखते हुए जीएसटी में नए सुधार लागू किए जा रहे हैं नए स्वरूप में अब केवल 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत के ही कर स्लैब रहेंगे। इसका अर्थ यह है कि रोजमर्रा की उपयोग की अधिकांश वस्तुएं अब और सस्ती हो जाएंगी. खाद्य पदार्थ, दवाइयां, साबुन, स्वास्थ्य सेवाएं, जीवन बीमा जैसी अनेक वस्तुएं और सेवाएं या तो कर-मुक्त होंगी या उन पर केवल 5 प्रतिशत कर लगेगा, जिन वस्तुओं पर पहले 12 प्रतिशत कर लगाया जाता था, उनमें से 99 प्रतिशत अब 5 प्रतिशत के कर दायरे में आ गई हैं।

 

 

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