सुमित शुक्ला पर अवैध प्लॉटिंग का गंभीर आरोप, ध्वस्तीकरण कार्रवाई की मांग तेज
लखनऊ। मोहनलालगंज क्षेत्र में फुहार पैराडाइज प्रोजेक्ट से जुड़ा बड़ा घोटाला सामने आया है। प्रोजेक्ट संचालक सुमित शुक्ला पर कृषि भूमि पर अवैध प्लॉटिंग करने के गंभीर आरोप लगे हैं। बताया जा रहा है कि बिना नक्शा पास कराए ही बड़े पैमाने पर जमीन काटकर बेचने का काम किया जा रहा है, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार सुमित शुक्ला ने निवेशकों को दिखाया जाने वाला नक्शा फर्जी है। वास्तविकता यह है कि फुहार पैराडाइज के नाम पर मात्र 23,375 वर्ग मीटर जमीन का नक्शा ही पास है, जबकि प्रोजेक्ट में करीब 3,30,173 वर्ग मीटर कृषि भूमि पर अवैध रूप से प्लॉटिंग की गई है। नक्शे और भूमि उपयोग में इतनी बड़ी अनियमितता सामने आने के बाद निवेशकों में चिंता बढ़ गई है।
आरोप है कि फुहार पैराडाइज प्रबंधन किसानों की कृषि भूमि को आवासीय बताकर प्लॉट बेच रहा है। इस सबके बावजूद जिला पंचायत ने सिर्फ नोटिस जारी कर खानापूर्ति कर दी, जबकि बड़े स्तर पर अनियमितताओं की पुष्टि के बाद भी कोई कठोर कार्रवाई नहीं की गई।
इधर, स्थानीय लोगों और निवेशकों ने अवैध प्लॉटिंग पर ध्वस्तीकरण कार्रवाई की मांग तेज कर दी है। उनका कहना है कि यदि प्रशासन ने समय रहते हस्तक्षेप न किया तो सैकड़ों परिवारों की पूंजी डूब सकती है। मामले के बढ़ने के साथ ही अफसरों पर भी सवाल उठ रहे हैं कि लाखों वर्ग मीटर जमीन पर चल रही अवैध गतिविधियों को क्यों नजरअंदाज किया गया।
प्रशासन की चुप्पी और लगातार बढ़ते आरोपों के बीच अब सभी की निगाहें आने वाली कार्रवाई पर टिकी हैं।





