लखनऊ| उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) की पीईटी परीक्षा के दौरान बड़ा खुलासा हुआ है। लखनऊ पुलिस ने किसी और की जगह परीक्षा देने वाले डॉक्टर समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। ये लोग संगठित तरीके से फर्जी अभ्यर्थियों की जगह परीक्षा देने की कोशिश कर रहे थे।
परीक्षा केंद्र पर निगरानी कर रही टीम को शक हुआ तो तलाशी और पूछताछ में मामला सामने आया। जांच में पाया गया कि गिरफ्तार आरोपियों में से दो बिहार के रहने वाले हैं जबकि एक आरोपी मऊ जिले का निवासी है। तीनों को तत्काल हिरासत में लेकर थाने ले जाया गया।
लखनऊ पुलिस ने तीनों आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी और नकल अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। पूछताछ के बाद इन्हें कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों में एक डॉक्टर भी शामिल है, जिसने अभ्यर्थी की जगह बैठकर परीक्षा देने का प्रयास किया। पुलिस का मानना है कि यह किसी बड़े सॉल्वर गैंग से जुड़ा मामला हो सकता है, जिसकी जांच आगे की जाएगी।
यूपी में लाखों अभ्यर्थी पीईटी परीक्षा दे रहे हैं। नकल और सॉल्वर गैंग को रोकने के लिए STF व पुलिस की निगरानी में परीक्षा आयोजित की जा रही है। बावजूद इसके, तीन लोगों की गिरफ्तारी से परीक्षा में गड़बड़ी रोकने को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।






