तेज धूप और उमस ने बढ़ाई परेशानी, संक्रामक रोग फैलने की आशंका
फर्रुखाबाद। जिले में इन दिनों गर्मी का प्रकोप चरम पर है। बुधवार को सुबह से ही तेज धूप ने लोगों को बेहाल कर दिया। दोपहर होते-होते तापमान ने तपिश का कहर और बढ़ा दिया, जिससे आमजन पसीने-पसीने होते रहे। हालात यह रहे कि बाजारों में सन्नाटा छा गया और राहगीर छांव की तलाश में इधर-उधर भटकते नजर आए।
गर्मी की वजह से जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया है। स्कूल, कार्यालय और बाजारों में उपस्थिति में कमी देखी जा रही है। दोपहर के समय सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहता है। दुपहिया वाहन चालकों को जहां गर्म हवा का सामना करना पड़ रहा है, वहीं पैदल चलने वालों को लू लगने का खतरा बना हुआ है।
तेज गर्मी के साथ-साथ जलभराव और गंदगी की समस्या ने संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा और बढ़ा दिया है। नगर क्षेत्र के कई इलाकों में नियमित सफाई न होने के कारण नालियां बजबजा रही हैं। मच्छरों और दुर्गंध से लोगों का जीना दूभर हो गया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मौसम में दस्त, डायरिया, फूड प्वाइजनिंग और वायरल बुखार जैसी बीमारियों का खतरा सबसे अधिक रहता है।
नगर निकायों की लचर सफाई व्यवस्था पर भी लोगों ने नाराजगी जाहिर की है। लोगों का कहना है कि जब गर्मी से संक्रामक रोग फैलने की संभावनाएं अधिक होती हैं, तब भी नगर पालिका सफाई और फॉगिंग जैसे जरूरी उपायों में लापरवाही बरत रही है। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “गर्मी में तो रोज सफाई और दवा छिड़काव होना चाहिए, लेकिन यहां हफ्तों तक झाड़ू नहीं लगती।”
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से गर्मी से बचने की अपील की है। डॉक्टरों ने सलाह दी है कि धूप में निकलते समय छाता या टोपी का इस्तेमाल करें, अधिक से अधिक पानी पिएं और हल्का भोजन करें। साथ ही साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता भी जताई गई है।
लगातार बढ़ते तापमान के चलते लोग अब राहत की आस लगाए बैठे हैं। मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों तक गर्मी से राहत मिलने की संभावना नहीं है। ऐसे में प्रशासन को चाहिए कि तत्काल सफाई व्यवस्था मजबूत करे और स्वास्थ्य सुरक्षा के उपायों को प्राथमिकता दे।