फर्रुखाबाद: आवास विकास कॉलोनी निवासी अमित कश्यप पुत्र बाबूराम, जो शहर के एक निजी अस्पताल में पैथोलॉजी लैब टेक्नीशियन (Pathology lab technician) के पद पर कार्यरत थे, ने मंगलवार को पारिवारिक विवाद के बाद गंगा नदी (Ganga river) में छलांग लगाकर जीवन समाप्त करने का प्रयास किया। परिजनों से कहासुनी होने के बाद वे घर से निकल पड़े और सीधे गंगा नदी की ओर पहुंचकर अचानक कूद गए। आसपास मौजूद लोगों के मुताबिक घटना इतनी अचानक हुई कि किसी को संभलने का मौका ही नहीं मिला।बुधवार की सुबह उनके छोटे भाई सुमित कश्यप ने हिम्मत जुटाकर पांचाल घाट चौकी पहुंचकर पुलिस को पूरी जानकारी दी।
सूचना मिलते ही चौकी इंचार्ज मोहित मिश्रा सक्रिय हो गए और तत्काल पीएसी की गोताखोर टीम को मौके पर भेजा। किला घाट से आगे तक गंगा की तेज धारा में गोताखोरों ने घंटों सर्च ऑपरेशन चलाया। नदी का जलस्तर ऊँचा होने और बहाव तेज होने के कारण गोताखोरों को काफी मशक्कत करनी पड़ी, लेकिन देर शाम तक अमित का कोई पता नहीं चल सका।चौकी इंचार्ज ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस और पीएसी बल ने संयुक्त रूप से तलाश अभियान शुरू कर दिया था।
उन्होंने कहा कि गंगा नदी का इलाका काफी विस्तृत है और धारा तेज होने की वजह से गोताखोरों को दिक्कत आ रही है, बावजूद इसके लगातार कोशिशें जारी हैं। तलाशी अभियान किला घाट से लेकर आगे के हिस्सों तक फैला दिया गया है ताकि कहीं भी सुराग मिलने पर तत्काल कार्रवाई की जा सके।घटना के बाद से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। परिजन लगातार घाट पर बैठे हुए हैं और अमित की सलामती की प्रार्थना कर रहे हैं। पड़ोसियों और परिचितों की भीड़ भी आवास विकास कॉलोनी स्थित घर पर उमड़ पड़ी है। हर किसी की जुबां पर यही सवाल है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि एक पढ़े-लिखे और नौकरीपेशा युवक को इतना बड़ा कदम उठाना पड़ा।