“बच्चों को दूर नहीं भेजेंगे पढ़ने”, ग्रामीणों ने दी चेतावनी
मदारपुर के प्राथमिक विद्यालय को लेकर अभिभावकों में गहरा रोष
बाराबंकी: सरकार द्वारा परिषदीय विद्यालयों में कम छात्र संख्या वाले स्कूलों को नजदीकी विद्यालयों में विलय करने के फैसले ने ग्रामीणों की चिंता बढ़ा दी है। इसी कड़ी में सोमवार को मदारपुर प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को पूर्व माध्यमिक विद्यालय मसौली भेजे जाने पर अभिभावकों ने बच्चों के साथ स्कूल के गेट पर धरना देकर विरोध दर्ज कराया। सुबह जैसे ही शिक्षक बच्चों को मसौली ले जाने लगे, अभिभावक भड़क (Parents angry) उठे और स्कूल गेट पर ताला जड़ दिया।
उनका कहना था कि छोटे-छोटे बच्चों को 500 मीटर दूर के स्कूल में भेजना सुरक्षित नहीं है। ग्रामीणों ने कहा कि गांव के स्कूल को पूर्व की तरह ही चलाया जाए। ग्रामीणों ननकू, राम खेलावन, गुड़िया, धर्मराज, राजकुमार और कांति देवी ने कहा कि मदारपुर विद्यालय में 27 बच्चों का नामांकन है। यदि सरकार शिक्षकों का समायोजन कर दे तो बच्चों की पढ़ाई बाधित नहीं होगी।
अभिभावकों ने कहा कि सरकार एक ओर ‘स्कूल चलो अभियान’ चला रही है, दूसरी ओर स्कूलों को बंद कर बच्चों की शिक्षा को अधर में डाल रही है। खंड शिक्षा अधिकारी जानेंद्र गुप्ता ने कहा कि यह सरकार का निर्णय है। उच्चाधिकारियों के निर्देशों के अनुसार कार्रवाई की जा रही है।