हैदराबाद: कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से भारत (India) लगातार पाकिस्तान (Pakistan) को हमले का हिसाब दे रहा है। उधर जबसे भारत-पाकिस्तान का युद्ध शुरू हुआ है तबसे ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) देशी भक्ति के लिए चर्चित में दिख रहे है। एक बार फिर असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा है। ओवैसी ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की ओर से पाकिस्तान को दिए गए 1 बिलियन डॉलर के लोन पर भी चिंता जताई है।
पाकिस्तान के लिए IMF के बेलआउट पैकेज पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘ये आधिकारिक भिखमंगे हैं’ पाकिस्तान ने IMF से 1 बिलियन डॉलर का लोन लिया। यह पैसा आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। अमेरिका, जर्मनी और जापान इस पर कैसे सहमत हो गए?… नेतृत्व की बात तो भूल ही जाइए, वे (पाकिस्तान) अर्थव्यवस्था चलाना भी नहीं जानते।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि भारत के ऑपरेशन सिंदूर नाम की नकल करते हुए पाकिस्तान ने भी अपने नए हमले का नाम ‘बुनयान-अल-मरसूस’ रखा है। उन्होंने बताया कि यह नाम कुरान शरीफ की एक आयत से लिया गया है। इस आयत में अल्लाह कहते हैं कि अगर तुम अल्लाह से प्यार करते हो, तो एक ठोस दीवार की तरह खड़े रहो तो वे पूर्वी पाकिस्तान में बंगाली मुसलमानों पर गोली चलाते समय वे दीवार की तरह खड़े होना क्यों भूल गए थे?
ओवैसी ने कहा, “पाकिस्तान यह आसानी से भूल जाता है कि भारत में 23 करोड़ से अधिक मुसलमान रहते हैं और हमारे पूर्वजों ने जिन्ना द्वारा प्रस्तावित ‘टू नेशन थ्योरी’ को खारिज कर दिया और हमने भारत को अपने देश के रूप में स्वीकार किया और हम यहीं रहेंगे। पाकिस्तान धर्म के नाम पर भारत का विभाजन करना चाहता है, वे भारतीय मुसलमानों, हिंदुओं और अन्य समुदायों के बीच तनाव पैदा करना चाहते हैं… जब वे ‘टू नेशन थ्योरी’ के बारे में बात करते हैं तो वे अफगानिस्तान सीमा चौकी पर बमबारी क्यों कर रहे हैं, वे ईरानी सीमा चौकी पर बमबारी क्यों कर रहे हैं? पाकिस्तान का डीप स्टेट अपनी सभी अवैध गतिविधियों को छिपाने के लिए इस्लाम को एक मुखौटा के रूप में उपयोग करता आया है।”