शमशाबाद, फर्रुखाबाद: गंगा कटरी क्षेत्र में शुक्रवार की सुबह एक बड़ा हादसा (major accident) होते-होते टल गया। छात्र-छात्राओं से भरी एक प्राइवेट नाव अचानक असंतुलित होकर गंगा में पलट (Overloaded boat capsized) गई। गनीमत यह रही कि मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने साहस दिखाते हुए सभी बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, वरना बड़ी त्रासदी हो सकती थी।
शमशाबाद की गंगा कटरी में बसे गांव इन दिनों बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं। कई संपर्क मार्ग पूरी तरह जलमग्न हो चुके हैं। ऐसे हालात में स्कूल जाने वाले बच्चों और कर्मचारियों के लिए नाव ही परिवहन का एकमात्र साधन बचा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, बिरिया डाडा गांव से दर्जनभर छात्र-छात्राएं सुबह नाव से शमशाबाद स्थित शिक्षण संस्थान जा रहे थे। प्रशासन द्वारा एक नाव उपलब्ध कराई गई थी, जबकि दो अन्य नावें निजी स्तर पर चलाई जा रही थीं। हादसा उसी समय हुआ जब एक प्राइवेट नाव किनारे पर पहुँचने ही वाली थी। ओवरलोड होने के चलते नाव अचानक असंतुलित होकर पलट गई। नाव में बैठे छात्र-छात्राएं घबराकर चिल्लाने लगे।
जैसे ही नाव पलटी, आसपास मौजूद ग्रामीणों ने बिना देर किए पानी में छलांग लगा दी और बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। मौके पर भगदड़ मच गई, लेकिन किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। हालांकि हादसे के बाद बच्चे डरे और सहमे हुए नजर आए। थानाध्यक्ष शमशाबाद ने बताया कि उन्हें इस हादसे की सूचना नहीं दी गई थी। वहीं उपजिलाधिकारी कायमगंज अतुल कुमार ने घटना की पुष्टि की और कहा कि प्रशासन ने एक नाव उपलब्ध कराई थी, जबकि हादसा प्राइवेट नाव के कारण हुआ।
उन्होंने ओवरलोड नाव संचालन पर कड़ी नाराजगी जताते हुए तत्काल प्रभाव से रोक लगाने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए। घटना से आक्रोशित अभिभावकों ने प्रशासन से मांग की है कि बच्चों की सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए नाव संचालन पर सख्त निगरानी रखी जाए और बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में सुरक्षित परिवहन व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।


