आठ माह की सेवा, केवल दो माह का वेतन; कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति हुई दयनीय
फर्रुखाबाद: जिले के एडिट इंटर कॉलेज (Edit Inter College) में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के रूप में आउटसोर्सिंग (Outsourcing) के माध्यम से कार्यरत कर्मचारियों (workers) ने बीते आठ महीनों से सेवा देने के बावजूद सिर्फ दो माह का वेतन मिलने पर गहरी नाराजगी जाहिर की है। परेशान कर्मियों ने अपनी समस्या को लेकर मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर शेष वेतन दिलाए जाने की मांग की है।
पीड़ित कर्मियों ने बताया कि वे लाइन सिक्योरिटी गार्ड सर्विस, विनीत खंड, गोमती नगर लखनऊ के माध्यम से नियुक्त किए गए हैं। लेकिन बीते आठ महीनों से कार्यरत रहने के बावजूद उन्हें मात्र दो माह का वेतन ही प्राप्त हुआ है। शेष छह महीनों का वेतन न मिलने के कारण उनकी आर्थिक स्थिति अत्यंत खराब हो चुकी है और दैनिक जीवन यापन भी कठिन होता जा रहा है।
आक्रोशित कर्मियों ने कहा कि लगातार कार्य करने के बावजूद उन्हें वेतन नहीं मिलना न केवल अन्याय है, बल्कि उनकी मेहनत का अपमान भी है। ऐसे में वे उम्मीद लगाए बैठे हैं कि सरकार उनकी सुध लेगी और जल्द से जल्द उनका बकाया वेतन दिलाया जाएगा। वेतन न मिलने से पीड़ित कर्मियों में निवेश कुमार, रवि कुमार, राघवेंद्र मिश्रा, सूर्य शुक्ला, प्रिंस राठौर, धीरेंद्र अग्निहोत्री, वैभव शुक्ला सहित कई नाम शामिल हैं। सभी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की है कि आउटसोर्सिंग एजेंसी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर बकाया वेतन दिलवाया जाए।