अध्यक्ष अतर सिंह कटियार की अध्यक्षता में बैठक, कल से सदर तहसील में दस्तावेज लेखन पूरी तरह ठप रहेगा
फर्रुखाबाद: तहसील सदर बार एसोसिएशन (Tehsil Sadar Bar Association) के सभागार में सोमवार को अधिवक्ताओं और दस्तावेज लेखकों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें राज्य सरकार (state government) की ‘निबंधन मित्र’ योजना का तीव्र विरोध करते हुए गहरा आक्रोश व्यक्त किया गया। बैठक की अध्यक्षता बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अतर सिंह कटियार ने की, जबकि संचालन वरिष्ठ अधिवक्ता दयाशंकर तिवारी ने किया।
बैठक में वक्ताओं ने कहा कि सरकार द्वारा प्रस्तावित निबंधन मित्र योजना दस्तावेज लेखन के पारंपरिक स्वरूप को समाप्त कर विभागीय नियंत्रण को बढ़ावा देगी, जिससे अधिवक्ताओं और दस्तावेज लेखकों के अस्तित्व पर संकट उत्पन्न हो जाएगा। वक्ताओं ने इस योजना को पूरी तरह वापस लेने की मांग करते हुए इसे गैर लोकतांत्रिक और एकपक्षीय निर्णय करार दिया।
बैठक में मौजूद सभी अधिवक्ताओं ने एकमत होकर निर्णय लिया कि 20 मई 2025 (मंगलवार) से तहसील सदर में दस्तावेज लेखन का कार्य पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा और अनिश्चितकालीन हड़ताल प्रारंभ की जाएगी। इस निर्णय के समर्थन में दस्तावेज लेखक संघ और स्टांप विक्रेताओं ने भी अपनी सहभागिता की घोषणा की।
बैठक के उपरांत, तहसील सदर बार एसोसिएशन के सचिव अतुल मिश्रा और दस्तावेज लेखक संघ के अध्यक्ष विनोद सक्सेना के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रभारी सब रजिस्ट्रार महेन्द्र सिंह को मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि प्रदेश के कई जनपदों में इस योजना के विरोध में हड़ताल की जा चुकी है और फर्रुखाबाद के अधिवक्ता एवं लेखकगण भी उसी तर्ज पर कदम उठा रहे हैं।
ज्ञापन में स्पष्ट किया गया कि जब तक सरकार अपनी योजना को वापस नहीं लेती, दस्तावेज लेखन कार्य पूरी तरह से बंद रहेगा। इसके चलते न केवल वादकारियों को कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है, बल्कि राजस्व व्यवस्था भी प्रभावित हो सकती है। इस अवसर पर प्रमुख अधिवक्ता विकास सक्सेना, अनुराग तिवारी, जनार्दन राजपूत, रामेन्द्र कटियार, संजय कटियार, अनूप शर्मा, मनोज त्रिवेदी सहित अनेक अधिवक्ता एवं दस्तावेज लेखक मौजूद रहे।