प्रवीन कुमार, जिला संवाददाता
इटावा (भरथना): तहसील भरथना के अंतर्गत ग्राम उझियानी (village Ujjiani) से एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां किसानों (farmers) के खेतों के मध्य बने सरकारी चकरोड (आवागमन मार्ग) और कूल (नाली) को मौके से पूरी तरह गायब कर दिया गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि इस चकरोड और कूल को कुछ प्रभावशाली लोगों द्वारा अवैध रूप से काटकर अपने खेत में मिला लिया गया है, जिससे आम किसान खेत तक पहुंचने में असमर्थ हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि भूमि अभिलेखों के अनुसार, भूमि की खाता संख्या 536 जो कि पानी की कूल एवं भूमि खाता संख्या 537 सरकारी नक्शे में चकरोड स्पष्ट रूप से दर्ज है। इस संबंध में एक शजरा नक्शा भी सामने आया है जिसमें चकरोड की स्थिति साफ-साफ दिखाई दे रही है। बावजूद इसके, मौके पर यह चकरोड पूरी तरह अतिक्रमण की भेंट चढ़ चुका है।
ग्रामीणों का कहना है कि:
“यह चकरोड वर्षों से खेतों में आने-जाने का रास्ता था। अब इसे काटकर खेत में मिला लिया गया है, जिससे हम किसानों को भारी कठिनाई हो रही है।”
– एक स्थानीय किसान
साथ ही बरसात के मौसम में कूल न होने के कारण खेतों में जलभराव की समस्या उत्पन्न हो रही है, जिससे फसलों को नुकसान पहुंचने की आशंका जताई जा रही है।
इस विषय में ग्रामीणों ने जिलाधिकारी एवं तहसील प्रशासन को ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से शिकायत दर्ज कर दी है और मांग की है कि:
सरकारी चकरोड और कूल को पुनः चिन्हित कर मौके पर बहाल किया जाए। अतिक्रमणकारियों के खिलाफ राजस्व एवं विधिक कार्यवाही की जाए। अन्य गांवों में भी ऐसे अतिक्रमण की जाँच हो। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो किसान धरना-प्रदर्शन करने को विवश होंगे। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस गंभीर भूमि अतिक्रमण के मामले में कितनी तत्परता दिखाता है।