नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने संगठनात्मक स्तर पर बड़ा फैसला लेते हुए बिहार की नीतीश कुमार सरकार में मंत्री नितिन नवीन (Nitin Naveen) को पार्टी का कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया है। भाजपा आलाकमान के इस निर्णय ने राजनीतिक हलकों में व्यापक चर्चा को जन्म दिया है। बिहार की राजनीति से निकलकर राष्ट्रीय संगठन की शीर्ष जिम्मेदारी तक पहुंचना नितिन नवीन के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। वे वर्तमान में पटना की बांकीपुर विधानसभा सीट से लगातार पांचवीं बार विधायक हैं और बिहार सरकार में पथ निर्माण विभाग के साथ-साथ नगर विकास एवं आवास विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
नितिन नवीन का राजनीतिक सफर विरासत और संघर्ष का संगम रहा है। उनके पिता स्वर्गीय नवीन किशोर प्रसाद सिन्हा बिहार भाजपा के कद्दावर नेताओं में गिने जाते थे, जिन्होंने जेपी आंदोलन से राजनीति की शुरुआत की थी। वर्ष 2005 में पिता के आकस्मिक निधन के समय नितिन नवीन महज 26 वर्ष के थे। इतनी कम उम्र में परिवार और राजनीतिक जिम्मेदारियों का भार उनके कंधों पर आ गया, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। पिता के निधन के बाद खाली हुई पटना पश्चिम विधानसभा सीट से वर्ष 2006 में हुए उपचुनाव में उन्होंने भाजपा के टिकट पर जीत दर्ज कर पहली बार विधानसभा में कदम रखा। इसके बाद परिसीमन के बाद बनी बांकीपुर सीट से वे लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं और आज बिहार के सबसे मजबूत शहरी विधायकों में शुमार हैं।
संगठनात्मक राजनीति में भी नितिन नवीन की पहचान एक कुशल और जमीनी नेता के रूप में रही है। वे भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के कार्यकाल में भाजयुमो के राष्ट्रीय महासचिव के रूप में देशभर में संगठन विस्तार में सक्रिय भूमिका निभाई। पार्टी ने उनके संगठन कौशल को देखते हुए उन्हें ओम माथुर के साथ छत्तीसगढ़ का सह-प्रभारी बनाया, जहां उनकी रणनीति और समन्वय से भाजपा ने वर्ष 2023 का विधानसभा चुनाव जीता। इसके बाद लोकसभा चुनाव में उन्हें छत्तीसगढ़ का प्रभारी बनाया गया, जहां भी पार्टी को मजबूती मिली।
सरकार में मंत्री के रूप में नितिन नवीन को सड़क निर्माण, शहरी आधारभूत ढांचे और आवासीय योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए जाना जाता है। उनकी छवि एक साफ-सुथरे, गैर-विवादित और कार्यकुशल नेता की रही है। चुनाव आयोग को दिए हलफनामे के अनुसार उनकी कुल संपत्ति लगभग 3.1 करोड़ रुपये है, जबकि उन पर करीब 56.7 लाख रुपये का कर्ज है। उनके खिलाफ दर्ज मामलों को गंभीर श्रेणी में नहीं माना गया है।
भाजपा के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में नितिन नवीन की नियुक्ति को पार्टी के संगठनात्मक सशक्तिकरण और सामाजिक संतुलन की रणनीति से जोड़कर देखा जा रहा है। बिहार जैसे बड़े राज्य से आने वाले एक अनुभवी संगठनकर्ता को राष्ट्रीय स्तर पर अहम जिम्मेदारी देकर भाजपा ने साफ संकेत दिया है कि आने वाले समय में संगठन को और मजबूत करने में नितिन नवीन की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रहने वाली है।


