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Saturday, July 19, 2025
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अब जेल में बंद कैदियों को मिलेगा $ex Room , पार्टनर के साथ समय बिताना मिलेगा हक

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दुनिया के अलग-अलग देशों में कैदियों को कई तरह के अधिकार मिलते हैं। इनमें जीवन का अधिकार, सम्मान के साथ व्यवहार किया जाना, पौष्टिक भोजन और उचित चिकित्सा देखभाल तक पहुंच जैसे अधिकार शामिल हैं। इसके अलावा उन्हें उचित कानूनी प्रतिनिधित्व का अधिकार भी प्राप्त है। वहीं जेल में बंद कैदियों को मनोरंजन की गतिविधियों में भाग लेने का भी अवसर दिया जाता है। इसके अलावा उन्हें अपने परिवार से मिलने का भी अधिकार है। अलग-अलग देशों में इन अधिकारों का दायरा अपराध की प्रवृतियों पर निर्भर करता है। हाल ही इटली ने इस फेहरिस्त में एक और इजाफा किया है।

दरअसल इटली में अब कैदियों को अपने पार्टनर के साथ समय बिताने के लिए सेक्स रूम की सुविधा मिलेगी। शुक्रवार को देश के संवैधानिक न्यायालय के फैसले के बाद इटली में पहली बार इसे मंजूरी दे दी गई। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब किसी देश में कैदियों को इस तरह के अधिकार दिए गए हैं। इससे पहले फ्रांस, जर्मनी, स्पेन, नीदरलैंड, स्वीडन जैसे कई यूरोपीय देशों में कैदियों को इस तरह की सुविधा दी जाती है।

इटली की अदालत ने अपने फैसले में कहा है कि कैदियों को अपने पार्टनर के साथ प्राइवेट मुलाकात करने का पूरा अधिकार है। न्यायालय ने कहा कि कैदियों को जीवनसाथी या पार्टनर के साथ निजी मुलाकातों का अधिकार होना चाहिए।

यह भी कहा गया है कि इस दौरान कोई भी जेल गार्ड उन पर नजर नहीं रखेगा। कोर्ट ने इस संबंध में दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं। इसके अनुसार कैदियों को एक कमरे में अपने साथी से दो घंटे तक मिलने की अनुमति दी जानी चाहिए।

सात साल की मासूम बच्ची के साथ हैवानियत, हालत गंभीर

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Rape

हाथरस। उत्तर प्रदेश के हाथरस में सात साल की मासूम बच्ची के साथ हैवानियत का मामला सामने आया है। यहां के सिकंदराराऊ कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में मासूम बच्ची के रेप किया गया। शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सीओ श्यामवीर सिंह ने बताया कि पीड़िता की मां शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है। जिसके बाद कार्रवाई करते हुए आरोपी भूपेंद्र को गिरफ्तार कर लिया गया। शनिवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।

पुलिस के अनुसार शुक्रवार की रात आरोपी बच्ची को बहला फुसलाकर पड़ोसी के घर की छत पर ले गया और उसके साथ रेप किया। हालंकि जब स्थानीय लोग उसकी चीख सुनकर वहां पहुंचे तो बच्ची गंभीर हालत में पड़ी मिली।

तब तक आरोपी मौके से फरार हो चुक था। आनन फानन में बच्ची को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिंकदराराऊ ले जाया गया। बच्ची की गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया, जहां उसका इलाज चल रहा है।

योगी सरकार का बड़ा तोहफा, भवन निर्माण के लिए नक्शा पास कराने की नहीं होगी आवश्यकता

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CM Yogi
CM Yogi

गोरखपुर। योगी सरकार ने राज्य के नागरिकों को बड़ी राहत देते हुए भवन निर्माण से जुड़े नियमों में ऐतिहासिक बदलाव किया है। अब 1000 वर्गफीट तक के प्लॉट पर मकान बनाने के लिए नक्शा पास कराने की आवश्यकता नहीं होगी। इसके साथ ही भ्रष्टाचार और धन उगाही पर भी अंकुश लगाने की दिशा में यह बड़ा कदम माना जा रहा है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा स्वीकृत नए भवन निर्माण एवं विकास उपविधि 2025 के तहत कई जटिल प्रक्रियाएं आसान कर दी गई हैं। आवास विभाग के प्रमुख सचिव पी. गुरु प्रसाद

छोटे प्लॉट पर भी बन सकेंगे अपार्टमेंट

पहले जहां अपार्टमेंट निर्माण के लिए 2000 वर्गमीटर का प्लॉट आवश्यक होता था, अब 1000 वर्गमीटर में भी इसकी अनुमति मिल सकेगी। अस्पताल और कमर्शियल बिल्डिंग के लिए 3000 वर्गमीटर का क्षेत्र पर्याप्त होगा।

प्रोफेशनल्स के लिए राहत

नए बायलॉज के अनुसार, मकान के 25% हिस्से में नर्सरी, क्रैच, होम स्टे या प्रोफेशनल्स जैसे डॉक्टर, वकील, आर्किटेक्ट और चार्टर्ड अकाउंटेंट्स अपने कार्यालय चला सकेंगे, इसके लिए नक्शे में अलग से जिक्र जरूरी नहीं होगा।

एनओसी की तय समय सीमा

अब नक्शा पास कराने के लिए विभिन्न विभागों को 7 से 15 दिन के भीतर अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) देना होगा। तय समय में जवाब नहीं मिलने पर वह एनओसी स्वतः मान्य हो जाएगा।

कॉमर्शियल गतिविधियों को भी मिली मंजूरी

24 मीटर या उससे अधिक चौड़ी सड़कों पर रिहायशी इलाकों में दुकान और दफ्तर खोलने की अनुमति दी गई है। वहीं, इससे कम चौड़ी सड़कों पर डॉक्टर, वकील जैसे प्रोफेशनल्स अपने कार्यालय संचालित कर सकेंगे।

ऊंची इमारतों के लिए खुली छूट

45 मीटर चौड़ी सड़कों पर अब जितनी ऊंची चाहें, उतनी ऊंची इमारतें बनाई जा सकेंगी। फ्लोर एरिया रेशियो को भी 3 गुना तक बढ़ाया गया है, जिससे शहरों में ऊंचे भवन निर्माण को बढ़ावा मिलेगा। यह निर्णय न केवल आम जनता को राहत देगा बल्कि शहरी विकास में पारदर्शिता और गति भी सुनिश्चित करेगा।

बांग्लादेश में हिंदू तभी बचेंगे, जब यूनुस की विदाई होगी: तसलीमा नसरीन

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नई दिल्ली। बांग्लादेशमें हिंदू नेता भावेश चंद्र रॉय को उनके घर से अगवा कर पीट-पीटकर मार डाला। इस घटना को लेकर बांग्लादेश से लेकर भारत में जबरदस्त आक्रोश है। भारत ने इस घटना को जघन्य बताया है। बांग्लादेश सरकार को अलसंख्यकों, विशेष रूप से हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चेताया है। यूनुस सरकार को चेतावनी दी कि बहाने बनाना बंद कीजिए। इस बीच बांग्लादेश की लेखिका तसलीमा नसरीन ने यूनुस सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें सत्ता से हटाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंदू तभी बचेंगे, जब यूनुस की विदाई होगी।

मामला क्या है?

पिछले सप्ताह बांग्लादेश के दिनाजपुर जिले के बिराल उपजिला से हिंदू समुदाय के बड़े नेता भावेश चंद्र को कट्टरपंथियों ने अगवा कर लिया था और बेरहमी से पीट-पीट कर उनकी हत्या कर दी गई। भावेश शतग्राम यूनियन के अंतर्गत बसुदेवपुर गांव के निवासी थे और बिराल यूनिट के बांग्लादेश पूजा उद्जापन परिषद के उपाध्यक्ष के तौर पर कार्यरत थे। वे स्थानीय हिंदू समुदाय में एक सम्मानित नेता थे।

यूनुस को सत्ता से हटाओ, तभी बचेंगे हिंदू

लेखिका तसलीमा नसरीन ने भावेश चंद्र की नृशंस हत्या को लेकर बांग्लादेश सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘हिंदू नेता भावेश चंद्र रॉय को उनके घर से अगवा कर लिया गया और पीट-पीटकर मार डाला गया। हम निश्चित रूप से अनुमान लगा सकते हैं कि हत्यारे कौन हैं? यूनुस हिंदुओं के हत्यारों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करते। वह प्रचार करते हैं कि हिंदू ठीक-ठाक हैं और हिंदुओं के उत्पीड़न की सभी खबरें झूठी, अफवाह या भारत द्वारा गढ़ी गई हैं। अगर यूनुस सत्ता में और बने रहे, तो देश जल्द ही हिंदुओं से खाली हो जाएगा। हिंदुओं को बचाने के लिए यूनुस को सत्ता से हटाना होगा।

भारत की कड़ी नाराजगी

उधर, भारत ने भी भावेश चंद्रकी हत्या को लेकर यूनुस सरकार पर निशाना साधा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया पर कहा,कि यह घटना अंतरिम सरकार के शासन में हिंदू अल्पसंख्यकों के संगठित उत्पीड़न के एक पैटर्न को दर्शाती है, जबकि पहले हुई ऐसी घटनाओं के अपराधी आज भी बिना किसी सजा के खुलेआम घूम रहे हैं। हम इस जघन्य घटना की कड़ी निंदा करते हैं और एक बार फिर अंतरिम सरकार को यह याद दिलाते हैं कि वह सभी अल्पसंख्यकों, विशेषकर हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपनी जिम्मेदारी निभाए, बहाने न बनाए और किसी भी प्रकार का भेदभाव न करें।

मुख्यमंत्री ने आंधी-बारिश, ओलावृष्टि, वज्रपात के दृष्टिगत सम्बन्धित जनपदों के अधिकारियों को पूरी तत्परता से राहत कार्य संचालित करने के निर्देश दिए

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लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आंधी-बारिश, ओलावृष्टि के दृष्टिगत सम्बन्धित जनपदों के अधिकारियों को पूरी तत्परता से राहत कार्य संचालित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारी क्षेत्र का भ्रमण कर सर्वे करें तथा राहत कार्य पर नज़र रखें।

आकाशीय बिजली, आंधी तूफान, बारिश आदि आपदा से जनहानि और पशुहानि होने की स्थिति में तत्काल प्रभावितों को राहत राशि का वितरण करें। घायलों का समुचित उपचार कराया जाए।

मुख्यमंत्री जी ने निर्देशित किया कि अधिकारीगण सर्वे कराकर फसल नुकसान का आकलन करते हुए आख्या शासन को भेजें, ताकि इस सम्बन्ध में अग्रेत्तर कार्यवाही की जा सके।

उन्होंने निर्देशित किया कि जल जमाव की स्थिति होने पर प्राथमिकता पर जल निकासी की व्यवस्था कराई जाए।

मैं ब्राह्मणों पर मूतूंगा, तुम्हें कोई प्रॉब्लम?, अनुराग कश्यप का विवादित कमेंट

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फिल्म डायरेक्टर अनुराग कश्यप ने हाल ही में ब्राह्मणों को लेकर एक ऐसा विवादित कमेंट किया, जिसके बाद निर्देशक पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। दरअसल सेंसर बोर्ड ने ब्राह्मण समुदाय के विवाद के बाद ‘फुले’ फिल्म को पोस्टपोन कर दिया था, जिसके बाद अनुराग कश्यप का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने ब्राह्मण समुदाय को खूब फटकार लगाई।

उन्होंने यहां तक कि कह दिया था कि ‘मैं ब्राह्मणों पर मूतूंगा, तुम्हें कोई प्रॉब्लम?’ डायरेक्टर के इस कमेंट के बाद ब्राह्मण समुदाय में खासी नाराजगी देखने को मिली, जिसके बाद अनुराग कश्यप ने लोगों से माफी मांग ली थी। वहीं अब अनुराग के इस कमेंट पर मनोज मुंतशिर का गुस्सा फूट पड़ा है। मनोज मुंतशिर ने अनुराग कश्यप को खूब खरी-खोटी सुनाई है, उन्होंने एक वीडियो पोस्ट किया है, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

मनोज मुंतशिर ने अनुराग कश्यप को ओपन चैलेंज देते हुए कहा, ‘जानकारी कम हो तो शब्दों पर कंट्रोल रखना जरूरी है। अनुराग कश्यप तुम्हारी तो आमदनी भी कम है और जानकारी भी इसलिए दोनों कंट्रोल करो। तुम्हारे शरीर में इतना पानी नहीं है कि ब्राह्मणों की लेगेसी को इंच भर भी दूषित कर पाओ।

फिर भी तुमने ये इच्छा जाहिर कर ही है तो मैं कुछ तस्वीरें तुम्हारे घर भेजना चाहता हूं। तुम तय करो, किस-किस ब्राह्मण पर तुम्हें अपने शरीर का गंदा पानी फेंकना है? आचार्य चाणक्य, चंद्रशेखर तिवारी आजाद, पेशवा बाजीराव बल्लाड़, भगवान परशुराम, रामकृष्ण परमहंस, आदिपुरुष शंकराचार्य, मंगल पांडे, अटल बिहारी बाजपेयी, तात्या टोपे, राजगुरू, रामधारी सिंह दिनकर, पंडित श्रीशर्मा आचार्य, महारानी लक्ष्मीबाई, गोस्वामी तुलसीदास। तुम्हारे जैसे हजारों नफरती शुरू होकर खत्म हो जाएंगे लेकिन ब्राह्मणों की गौरवशाली परंपरा खत्म नहीं होगी।’