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Sunday, July 20, 2025
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असम सरकार ने मुस्लिम विवाह कानून निरस्त करने के लिए विधेयक को दी मंजूरी

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यूथ इंडिया, गुवाहाटी। असम सरकार ने गुरुवार को असम मुस्लिम विवाह और तलाक पंजीकरण अधिनियम एवं नियम 1935 को निरस्त करने के लिए एक विधेयक को मंजूरी दी है। यह कानून विशिष्ट परिस्थितियों में कम उम्र में विवाह की अनुमति देता था। मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने इस बारे में जानकारी दी। निरसन विधेयक 2024 को विधानसभा के आगामी मानसून सत्र के दौरान पेश किए जाने की संभावना है। इस साल की शुरुआत में, मंत्रिमंडल ने अधिनियम को समाप्त करने की मंजूरी दे दी थी और गुरुवार की बैठक में इस निर्णय को लागू करने के लिए आवश्यक निरसन विधेयक को अधिकृत किया गया।

मुख्यमंत्री शर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘हमने बाल विवाह के खिलाफ अतिरिक्त सुरक्षा उपाय करके अपनी बेटियों और बहनों के लिए न्याय सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आज असम मंत्रिमंडल की बैठक में हमने असम निरसन विधेयक 2024 के माध्यम से असम मुस्लिम विवाह और तलाक पंजीकरण अधिनियम एवं नियम 1935 को निरस्त करने का निर्णय लिया है।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि इस निर्णय का उद्देश्य ‘‘विवाह और तलाक के पंजीकरण में समानता’’ लाना है।

उन्होंने आगे लिखा, “आज असम कैबिनेट की बैठक में हमने असम मुस्लिम विवाह और तलाक पंजीकरण अधिनियम और नियम 1935 को निरस्त करने का निर्णय लिया है।” मुख्यमंत्री हिमंत शर्मा ने इस कदम को बेटियों को न्याय सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम करार दिया और कहा कि यह बाल विवाह के खिलाफ उन्हें अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करेगा।

उन्होंने कहा कि निरसन विधेयक को अगले मानसून सत्र में विधानसभा के समक्ष विचार के लिए रखा जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘राज्य मंत्रिमंडल को यह भी निर्देश दिया गया है कि असम में मुस्लिम विवाहों के पंजीकरण के लिए एक उपयुक्त कानून लाया जाए, जिस पर विधानसभा के अगले सत्र तक विचार किया जाएगा।’’ मंत्रिमंडल ने राज्य में बाल विवाह के सामाजिक खतरे को समाप्त करने के लिए 23 फरवरी को अधिनियम को निरस्त करने के निर्णय को मंजूरी दे दी थी।

इस कानून के निरस्त हो जाने से अब कई बदलाव आएंगे। मसलन, बाल विवाह पर प्रतिबंध लग जाएगा। इसके अलावा विवाहों का पंजीकरण अनिवार्य हो जाएगा और काजियों (विवाह और तलाक रजिस्ट्रार) को सेवा से हटा दिया जाएगा। यानी काजी अब ना तो निकाह पढ़वा सकेंगे और ना ही किसी का तलाक करवा सकेंगे। उन्हें नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा।

इस अधिनियम की धारा 8 में प्रावधान था कि अगर वर या वधू या दोनों नाबालिग हैं, तो उनके विवाह के पंजीकरण के लिए उनके वैध अभिभावकों द्वारा आवेदन किया जाएगा। यानी इस प्रक्रिया से उनका विवाह वैध था लेकिन इस कानून के समाप्त हो जाने के बाद यह प्रावधान समाप्त हो गया और राज्य में बाल विवाह पर प्रतिबंध लग गया है।

यह कदम राज्य मंत्रिमंडल द्वारा ब्रिटिश कालीन असम मुस्लिम विवाह और तलाक पंजीकरण अधिनियम, 1935 को रद्द करने और उस कानून के तहत सभी विवाह और तलाक की कार्यवाही को विशेष विवाह अधिनियम, 1954 के दायरे में स्थानांतरित करने के निर्णय के कुछ महीने बाद उठाया गया है।

पाकिस्तान पर लहराएगा तिरंगा, आतंकियों के हमले पर प्रमोद कृष्णम की तीखी प्रतिक्रिया

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यूथ इंडिया, नई दिल्ली। कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने गुरुवार को आतंकियों के हमले पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने भारत के जवानों की शहादत पर कहा कि पाकिस्तान जब तक मौजूद रहेगा, वह ऐसी नापाक हरकतें करता रहेगा। लेकिन, यह मोदी का भारत है और हमें अपनी सेनाओं के शौर्य पर गर्व है। उन्होंने कहा कि मां भारती के सपूतों का बलिदान हो रहा है, लेकिन वह दिन दूर नहीं जब पाकिस्तान पर भारत का तिरंगा लहराएगा। कल्किधाम में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में आचार्य प्रमोद ने भरोसा जताया कि जिस प्रकार सर्जिकल स्ट्राइक हुई थी, उसी प्रकार पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।

सपा प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर किए गए ‘मानसून ऑफर सौ लाओ सरकार बनाओ’ टिप्पणी पर आचार्य प्रमोद ने कहा कि गांव में एक पुरानी कहावत है कि ‘बिल्ली के भाग्य से छींका टूट जाता है।’ लेकिन, अब बिलौटे भी इस इंतजार में हैं कि छींका टूटेगा। लेकिन जिस छींके की डोर राम नाम की हो, वह छींका कभी नहीं टूटेगा।

मुजफ्फरनगर में पुलिस प्रशासन द्वारा होटल, फलों के ठेलों आदि पर दुकानदारों के नाम अंकित कराने के आदेश पर सपा मुखिया अखिलेश यादव और एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी के बयानों पर आचार्य प्रमोद ने कहा कि सपा हो या ओवैसी, सभी कांवड़ यात्रा से चिढ़ते हैं। आखिर इन्हें दुकानदारों की आईडी दिखाने में क्या समस्या है? उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की कि अराजक और असामाजिक तत्वों पर कड़ी कार्रवाई की जाए और कांवड़ यात्रा को शांति के साथ संपन्न कराने की व्यवस्था की जाए।

बिग बॉस के घर में लवकेश और अरमान के बीच बड़ी भिड़ंत, दो पत्नियों पर हुआ विवाद

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यूथ इंडिया, एजेंसी। बिग बॉस ओटीटी 3 के घर में तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। एक के बाद एक कई झगड़े देखने को मिल रहे हैं। हाल ही में लवकेश और साई केतन राव के बीच बड़ा विवाद हुआ था, जिसमें साई केतन राव ने गुस्से में घर में तोड़-फोड़ कर दी थी। अब खबर है कि आगामी एपिसोड में अरमान मलिक और लवकेश कटारिया के बीच भी बड़ी लड़ाई हो सकती है। दोनों एक दूसरे की निजी जिंदगी पर टिप्पणी करते नजर आएंगे।

लवकेश कटारिया और अरमान मलिक की लड़ाई

बिग बॉस ओटीटी 3 से जुड़े खबरों का अपडेट देने वाले पेज के अनुसार, अरमान मलिक और लवकेश कटारिया के बीच एक बड़ी लड़ाई देखने को मिलेगी। इस लड़ाई में अरमान मलिक एल्विश का नाम लेकर आएंगे, जबकि लवकेश अरमान की दो शादियों पर टिप्पणी करेंगे।

व्यक्तिगत टिप्पणी करेंगे लवकेश और अरमान

लड़ाई के दौरान अरमान मलिक लवकेश से कहेंगे कि “तुम अपना नाम कब बनाओगे? तुम्हें सर्च करने के लिए यह लिखना पड़ता है – एल्विश का दोस्त।” इसके जवाब में लवकेश कहेंगे, “तुम्हें सर्च करने के लिए लिखना पड़ता है – दो पत्नियों का पति।”

दोनों पत्नियों के साथ बिग बॉस के घर में पहुंचे थे अरमान मलिक

बता दें, अरमान मलिक को घर में अक्सर लवकेश के बारे में कहते देखा गया है कि उसकी पहचान एल्विश से है। वहीं, सोशल मीडिया पर अरमान मलिक की दो शादियां लगातार चर्चा का विषय बनी हुई हैं। अरमान मलिक शो में अपनी दोनों पत्नियों के साथ पहुंचे थे। उनकी पहली पत्नी पायल मलिक पहले ही घर से बाहर हो चुकी हैं, जबकि उनकी दूसरी पत्नी कृतिका अभी भी घर में मौजूद हैं।

यूपी में रेल हादसा: चंडीगढ़ एक्सप्रेस के कई डिब्बे पटरी से उतरे, दो की मौत, कई घायल

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यूथ इंडिया, गोंडा। उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में एक बड़ी रेल दुर्घटना हुई है। चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ जा रही 15904 एक्सप्रेस ट्रेन के कई डिब्बे पटरी से उतर गए और पलट गए हैं। इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई है और कई यात्री घायल हुए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, ट्रेन के 10 से 12 डिब्बे पटरी से उतरे हैं, जिनमें से पांच डिब्बे पलट गए हैं। एक डिब्बा काफी दूर जाकर पलटा है। प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं और जिले की सभी एंबुलेंस घटनास्थल पर बुलाई गई हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को मौके पर पहुंचने और राहत कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं। रेलवे और जिला प्रशासन की टीमें मौके पर हैं और घायलों को रेलवे अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। फिलहाल हादसे का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है।

रेलवे ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि, गंभीर रूप से घायलों को 2.5 लाख रुपये और साधारण रूप से घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है। हादसे के चलते कई ट्रेनें मार्ग बदलकर संचालित की जा रही हैं, जिनमें कटिहार-अमृतसर एक्सप्रेस, आम्रपाली एक्सप्रेस, जम्मूतवी अमरनाथ एक्सप्रेस और गुवाहाटी-श्रीमाता वैष्णो देवी कटरा एक्सप्रेस शामिल हैं। केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह भी मौके पर पहुंचे हैं।

हादसा गोंडा स्टेशन के आगे मोतीगंज क्षेत्र में हुआ है। मनकापुर से थोड़ा पहले का यह घटनास्थल बताया जा रहा है। ट्रेन का अगला स्टेशन गोरखपुर था, जहां अपनों का इंतजार कर रहे लोगों में भी अफरातफरी मच गई है। यह दुर्घटना दोपहर करीब पौने तीन बजे हुई है। ट्रेन गोंडा से चलने के दस मिनट बाद ही हादसे का शिकार हो गई। प्रभावित डिब्बों में AC कोच का बुरा हाल है। पूर्वोत्तर रेलवे के डीआरएम आदित्य कुमार अपने अधिकारियों के साथ घटना स्थल के लिए रवाना हो गए हैं। कई ट्रेनों को बीच रास्ते रोका गया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने घायलों के समुचित उपचार के भी निर्देश दिए हैं और जिला प्रशासन के अधिकारियों को हर संभव सहायता पहुंचाने का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर आसपास के जिलों के सभी अस्पतालों, सीएचसी, और पीएचसी को अलर्ट मोड पर रखा गया है। एसडीआरएफ की टीमों को भी मौके पर पहुंचकर राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं।

गोरखपुर-लखनऊ रूट पर ट्रेनों को डायवर्ट किया जा रहा है। 15707 कटिहार-अमृतसर एक्सप्रेस का मार्ग परिवर्तन कर मनकापुर-अयोध्या-बाराबंकी के रास्ते चलाया जा रहा है। 15653 गुवाहाटी-श्रीमाता वैष्णो देवी कटरा एक्सप्रेस का मार्ग परिवर्तन कर मनकापुर-अयोध्या-बाराबंकी के रास्ते भेजा जा रहा है।

असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के पटरी से उतरने की घटना के बाद उनकी सरकार संबंधित अधिकारियों के संपर्क में है। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा कि डॉ. हिमंत विश्व शर्मा को उत्तर प्रदेश में डिब्रूगढ़-चंडीगढ़ एक्सप्रेस के पटरी से उतरने की घटना के बारे में जानकारी दी गई है। इसमें कहा गया है, ”मुख्यमंत्री स्थिति पर नजर रख रहे हैं और असम सरकार संबंधित अधिकारियों के संपर्क में है।”

यूपी में सरकार और संगठन में बदलाव की संभावना, मुख्यमंत्री योगी कई मंत्रियों से असंतुष्ट

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यूथ इंडिया, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सरकार और संगठन में जल्द ही बदलाव होने वाले हैं, क्योंकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कई मंत्रियों से नाराज हैं। बीजेपी, यूपी में चुनावी हार को लेकर गंभीर है और आने वाले दिनों में संगठन और सरकार दोनों में परिवर्तन देखने को मिलेंगे। पार्टी सूत्रों के अनुसार, टीम योगी के कुछ मौजूदा सदस्यों को हटाया जा सकता है। मुख्यमंत्री योगी कुछ मंत्रियों के प्रदर्शन से असंतुष्ट हैं। संगठन में भी निचले स्तर पर बदलाव की चर्चा है, हालांकि मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी को अभी काम करने को कहा गया है।

चुनावी नतीजों के बाद से भाजपा में आंतरिक तनाव बढ़ गया है। विभिन्न पार्टी नेताओं ने अपने विचार व्यक्त किए हैं, कुछ ने संगठन और कुछ ने सरकार की आलोचना की है। भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के बाद से राजनीतिक गतिविधियां और बढ़ गई थीं। केंद्रीय नेतृत्व ने यूपी के नेताओं को किसी भी विवाद से बचने की सलाह दी है और अनावश्यक बयानबाजी रोकने को कहा है।

सूत्रों के अनुसार, योगी मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल हो सकता है। कई मंत्रियों की भूमिका पर सवाल उठे हैं और वे मुख्यमंत्री की अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर पाए हैं। कुछ मंत्रियों के क्षेत्रों में पार्टी चुनाव हार गई है, और उनकी भूमिका भी संतोषजनक नहीं रही। प्रदेश संगठन में भी बदलाव संभव है।

मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी फिर से सरकार का हिस्सा बन सकते हैं। उन्होंने हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की पेशकश की थी, जिसे अभी तक स्वीकार नहीं किया गया है। फिलहाल प्रदेश सरकार विधानसभा के मानसून सत्र और 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तैयारी में जुटी है।

बीजेपी में हलचल का कारण रविवार को हुई भाजपा कार्यसमिति की बैठक है। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने सरकार से बड़ा संगठन बोलकर कई लोगों को निशाने पर लिया था। इसके बाद मौर्य भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलने दिल्ली पहुंचे, और उनके पीछे-पीछे प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से मिले। इन मुलाकातों ने कई अटकलों को जन्म दिया है, क्योंकि बैठकों में हुई चर्चाओं की कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।

बांग्लादेश में भड़की हिंसा: 200 छात्र भारतीय सीमा में घुसे, हेल्पलाइन जारी

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यूथ इंडिया, एजेंसी। बांग्लादेश में नौकरी कोटा को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन के कारण हिंसा भड़क उठी है, जिससे 200 से अधिक भारतीय, जिनमें ज्यादातर छात्र हैं, मेघालय के रास्ते भारत लौट आए हैं। मेघालय सरकार ने बताया कि ये सभी लोग डौकी इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (आईसीपी) के जरिए सुरक्षित भारत पहुंचे हैं। बांग्लादेश इंडिजिनस पीपुल्स फोरम के एक अधिकारी ने बताया कि स्थिति बेहद चिंताजनक है और लोग डरे हुए हैं। उन्होंने अनुमान लगाया कि बांग्लादेश में मेघालय के सैकड़ों छात्र पढ़ाई कर रहे हैं, जो अब फंसे हुए हैं।

इस हिंसा की जड़ में छात्रों की सरकारी नौकरियों में कोटा प्रणाली खत्म करने की मांग है। ढाका में शुरू हुआ यह विरोध प्रदर्शन अब पूरे देश में फैल गया है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। विपक्षी दलों ने देशव्यापी बंद का आह्वान किया है, जिससे आपूर्ति श्रृंखला प्रभावित हुई है और महंगाई बढ़ी है।

इस राजनीतिक अस्थिरता के कारण बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर भी गहरा असर पड़ा है। मुद्रास्फीति बढ़ रही है, निर्यात घट रहा है और विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आई है। रोहिंग्या शरणार्थी संकट ने इस स्थिति को और भी जटिल बना दिया है। सत्तारूढ़ अवामी लीग और विपक्षी बीएनपी के बीच राजनीतिक खींचतान के कारण चुनाव प्रक्रिया को लेकर भी गतिरोध बना हुआ है।

इस बीच, मेघालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शाम 6:45 बजे तक 202 भारतीय डौकी आईसीपी के रास्ते भारत लौट चुके हैं। इनमें से 198 छात्र हैं, जिनमें 67 मेघालय के हैं। बाकी छात्र नेपाल, भूटान और भारत के अन्य राज्यों से हैं। इसके अलावा, कुछ पर्यटक भी इस हिंसा के कारण बांग्लादेश से भारत आए हैं। फंसे हुए भारतीयों की मदद के लिए एक हेल्पलाइन नंबर 1800 345 3644 भी जारी किया गया है।