नेपाल में सेना ने संभाली कमान, संसद भवन में आगजनी और नेताओं के घरों पर हमले.

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यूथ इंडिया समाचार
काठमांडू। नेपाल में युवाओं के नेतृत्व में शुरू हुआ शांतिपूर्ण आंदोलन अब भीषण हिंसा में बदल गया है। रोजगार, पारदर्शिता और राजनीतिक सुधारों की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों ने राजधानी काठमांडू समेत कई बड़े शहरों में हिंसक प्रदर्शन किया। हालात काबू से बाहर होते देख नेपाल सरकार ने सेना को मोर्चे पर उतार दिया है।
बढ़ते गुस्से का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रदर्शनकारियों ने नेपाल के संसद भवन में घुसकर आगजनी की। सुरक्षाबलों की मौजूदगी के बावजूद उपद्रवियों ने कई हिस्सों को नुकसान पहुंचाया। इसके अलावा, सरकारी इमारतों और सत्तारूढ़ दल के कई नेताओं के घरों पर भी हमला बोला गया।
स्थिति बिगडऩे पर कर्फ्यू जैसे हालात बन गए हैं। सेना को संवेदनशील इलाकों में तैनात कर दिया गया है। कई जिलों में इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से बंद कर दी गई हैं ताकि अफवाहों पर रोक लगाई जा सके। पुलिस और अर्धसैनिक बल लगातार हालात काबू में करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन आंदोलनकारी युवाओं की भीड़ अब भी सडक़ों पर डटी हुई है।
नेपाल में बिगड़ते हालात का असर भारत समेत अन्य देशों की उड़ान सेवाओं पर भी पड़ा है। सुरक्षा कारणों से एअर इंडिया और इंडिगो ने अपनी सभी उड़ानें फिलहाल रद्द कर दी हैं। एयरपोर्ट पर यात्रियों की भारी भीड़ देखी जा रही है, वहीं कई लोग फंसे हुए हैं।
जानकारी के मुताबिक, यह आंदोलन युवाओं द्वारा बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू किया गया था। युवाओं का आरोप है कि सरकार उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही और अवसर लगातार सीमित होते जा रहे हैं। पहले यह आंदोलन शांतिपूर्ण धरने-प्रदर्शनों तक सीमित था, लेकिन सरकार के सख्त रुख और संवाद की कमी के चलते स्थिति बेकाबू हो गई।
नेपाल की बिगड़ती स्थिति पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता जताई जा रही है। भारत ने अपने नागरिकों को सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है। वहीं पड़ोसी देशों के दूतावास लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं।

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