यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। जिलाधिकारी डॉ. वी.के. सिंह और पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी की अध्यक्षता में आगामी नवरात्रि और दशहरा त्योहारों को ध्यान में रखते हुए कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में त्योहारों के दौरान सुरक्षा और व्यवस्थाओं के संबंध में कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी ने सभी रामलीला कमेटियों के अध्यक्षों को निर्देशित किया कि वे रामलीला पांडाल के लिए विद्युत सुरक्षा, विद्युत विभाग और लोक निर्माण विभाग (लो.नि.वि.) से आवश्यक हृह्रष्ट प्राप्त कर लें। बिना हृह्रष्ट के किसी भी आयोजन की अनुमति नहीं दी जाएगी। रावण के पुतलों की ऊँचाई परंपरागत रखी जाए और कोई नई परंपरा शुरू न की जाए।
इसके अलावा, बड़े मेलों के स्थलों का सिटी मजिस्ट्रेट, उपजिलाधिकारी और सीओ द्वारा निरीक्षण किया जाएगा। मेला आयोजकों से भीड़ की संख्या के संबंध में शपथ पत्र प्राप्त किए जाएंगे। राम बारात के लिए निर्धारित मार्गों का पूर्व निरीक्षण कर उन्हें व्यवस्थित किया जाएगा, और रामलीला कमेटियों से पंडालों में की गई व्यवस्थाओं की जानकारी ली जाएगी। राम बारात के मार्गों में बिजली की बंच केबिल्स और तारों को टाइट किया जाएगा।
खाद्य सुरक्षा विभाग को निर्देशित किया गया कि मंदिरों के पास प्रसाद की दुकानों और मेलों में बिकने वाली खाद्य सामग्री की जांच करें। बिजली विभाग की टीमों को राम बारात मार्गों पर तैनात किया जाएगा। पुतला दहन स्थलों पर एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड की समुचित व्यवस्था की जाएगी।
पुलिस अधीक्षक ने आयोजन स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने, रात में पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाने और बिना पुलिस सुरक्षा के किसी भी जुलूस को न निकलने का निर्देश दिया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी को रामलीला स्थलों और मेलों में मेडिकल कैंप लगाने का आदेश दिया गया। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, अपर जिलाधिकारी, नगर मजिस्ट्रेट, संबंधित अधिकारी और शांति समिति के सदस्य उपस्थित रहे।