– प्रशासनिक लीपापोती के खिलाफ उठी आवाज को दबाने का प्रयास?
प्रयागराज/लखनऊ | विशेष संवाददाता उत्तर प्रदेश के कौशांबी जनपद के सैनी थाना क्षेत्र में 8 वर्षीय मासूम बच्ची के साथ हुए गंभीर अपराध के मामले में आरोपी के पक्ष में कथित प्रशासनिक संरक्षण और पीड़ित परिवार पर ही मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई के विरोध में जा रहे भीम आर्मी प्रमुख और नगीना से सांसद माननीय चंद्रशेखर आज़ाद को आज प्रयागराज एयरपोर्ट से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई तब हुई जब वे पीड़िता के परिवार से मिलने और न्याय के लिए आवाज उठाने कौशांबी रवाना हो रहे थे।
चंद्रशेखर आज़ाद की गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया पर विरोध की लहर फैल गई है। देशभर से नागरिक, मानवाधिकार कार्यकर्ता और छात्र संगठनों ने गिरफ्तारी को गैरवाजिब करार देते हुए #ReleaseChandraShekharAazad ट्रेंड चलाया है।
सूत्रों के अनुसार, कौशांबी जिले के सैनी थाना क्षेत्र में एक मासूम बच्ची के साथ घोर अमानवीयता की घटना सामने आई थी। लेकिन मामले में न्याय सुनिश्चित करने के बजाय प्रशासन पर आरोप लग रहे हैं कि वह आरोपी के बचाव में सक्रिय भूमिका निभा रहा है। यही नहीं, पीड़ित परिवार पर ही कार्रवाई की गई, जो कि संवेदनशील प्रशासनिक व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न खड़े करता है।