पिछली दो बैठकें बवाल के चलते स्थगित हुई थीं, बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात
लखनऊ। लखनऊ नगर निगम की कार्यकारिणी की बैठक आज सख्त सुरक्षा व्यवस्था के साथ प्रारंभ हुई। पिछली दो बैठकों में हुए तीखे विवाद और हंगामे को देखते हुए प्रशासन ने इस बार कोई जोखिम न लेते हुए निगम मुख्यालय में भारी पुलिस बल की तैनाती की है। परिसर के अंदर और बाहर पुलिसकर्मियों की सक्रिय तैनाती देखी जा रही है, ताकि किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो।
बैठक में नगर आयुक्त, महापौर, पार्षद, और विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद हैं। इन सभी के बीच आज कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों और लंबित कार्यों पर चर्चा की जानी है।
नगर निगम की दो पिछली बैठकों में तीखी बहस, आरोप-प्रत्यारोप और नारेबाजी के चलते कार्यवाही को बीच में ही स्थगित कर दिया गया था। विपक्षी पार्षदों और सत्तापक्ष के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि बैठक आगे नहीं चल सकी।
इन घटनाओं ने न सिर्फ प्रशासन को सतर्क किया है, बल्कि नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल भी खड़े किए हैं।
इसी पृष्ठभूमि में आज की बैठक से पहले प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी। निगम भवन में प्रवेश के दौरान पहचान की सख्त जांच की जा रही है और मीडिया के प्रवेश पर भी सीमित नियंत्रण रखा गया है।
सूत्रों के अनुसार, बैठक के दौरान कई मुद्दों पर टकराव की आशंका बनी हुई है।
नगर निगम के बजट, विकास कार्यों, सफाई व्यवस्था, लंबित परियोजनाओं और पार्षदों की शिकायतों जैसे विषयों पर तीखी चर्चा की संभावना है।
कुछ पार्षद पहले ही बयान दे चुके हैं कि वे अपने क्षेत्र से जुड़े मुद्दों पर प्रखर विरोध दर्ज कराएंगे।
प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हैं और किसी भी अनियंत्रित स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।
पिछली दो बैठकें रद्द होने से नगर निगम के कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव और योजनाएं लंबित पड़ी हैँ।
इनकी देरी से शहर के विकास और नागरिक सुविधाओं पर सीधा असर पड़ा है। कई क्षेत्रों में पार्षदों द्वारा प्रस्तावित कार्य रुक जाने से नागरिकों में नाराजगी भी बढ़ रही है।
नगर निगम प्रशासन का प्रयास है कि आज की बैठक किसी व्यवधान के बिना पूरी हो और लंबित कार्यों को जल्द आगे बढ़ाया जा सके।
महापौर और नगर आयुक्त ने बैठक शुरू होते ही सभी पार्षदों से शांतिपूर्वक व्यवहार और रचनात्मक चर्चा की अपील की है।






