लखनऊ: राम मनोहर लोहिया अस्पताल (Lohia Hospital) प्रशासन की चेतावनी के बाद भी मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव (MR) और डायग्नोस्टिक लैब संचालकों के कर्मचारियों के अस्पताल में प्रवेश पर अंकुश नहीं लग पाया है। इस वजह से अस्पताल प्रशासन ने अब सख्ती करने का मन बनाया है। अस्पताल प्रशासन ने एमआर और लैब कर्मचारियों के अस्पताल में प्रवेश पर सख्ती से रोक लगाने का फैसला किया है।
एमआर और लैब संचालकों के कर्मचारियों के अस्पताल में प्रवेश करने पर अस्पताल प्रशासन ने सुरक्षा प्रभारी को कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। ताकि अस्पताल में एमआर व डायग्नोस्टिक लैब संचालकों के कर्मचारियों का प्रवेश बंद हो सके। पिछले महीने भी अस्पताल में एक आदेश जारी करते हुए कहा था कि, अस्पताल में एमआर के प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी।
अस्पताल के सभी विभागों के विभागाध्यक्षों, डाॅक्टरों व नर्सिंग कर्मचारियों को इसकी सूचना दी गई थी और एमआर से अस्पताल में मुलाकात नहीं करने के निर्देश दिए गए थे। त एमआर दवाओं से संबंधित नवीनतम जानकारी ऑनलाइन व इंटरनेट मीडिया के माध्यम से दें। अस्पताल के सुरक्षा प्रभारी गंभीरता से कार्रवाई करें। इसके बाद भी जब हालात नहीं सुधरे तब एक और आदेश निकाला गया जिसमें कहा गया है कि एमआर सहित कई निजी कर्मचारी खुद को अस्पताल का कर्मचारी बताकर अस्पताल में प्रवेश कर रहे हैं।