लखनऊ। आई लव मोहम्मद विवाद को लेकर प्रदेशभर में भड़के प्रदर्शनों और उपद्रव की घटनाओं पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने शुक्रवार देर रात कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक कर पुलिस-प्रशासन को साफ निर्देश दिए कि उपद्रवियों के खिलाफ तुरंत और निर्णायक कार्रवाई की जाए।मुख्यमंत्री ने कानपुर, उन्नाव, मुरादाबाद, बरेली, मऊ, मेरठ, संभल और प्रयागराज समेत कई जिलों की घटनाओं पर नाराजगी जताई और कहा कि भड़काऊ नारेबाजी और जुलूसों से प्रदेश का माहौल बिगाड़ने की सुनियोजित साजिश कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने पुलिस से कहा एक भी उपद्रवी बचना नहीं चाहिए। दशहरा बुराई और आतंक के दहन का पर्व है, कार्रवाई का यही सही समय है। योगी ने निर्देश दिए कि सभी मामलों में तत्काल एफआईआर दर्ज हो, आयोजकों और मास्टरमाइंड की पहचान कर उनकी संपत्ति तक की जांच की जाए। इंटरनेट मीडिया की कड़ी निगरानी, वीडियो फुटेज की जांच और उपद्रवियों की पहचान कर कठोर कार्रवाई करने के आदेश दिए गए। महिला सुरक्षा पर सख्ती दिखाते हुए योगी ने मेरठ और संभल में एसिड अटैक, छेड़खानी व चेन स्नैचिंग की घटनाओं पर पुलिस की जवाबदेही तय करने को कहा। उन्होंने नवरात्र से शुरू हुए मिशन शक्ति 5.0 की प्रगति पर संतोष जताया और दशहरे के बाद सभी एडीजी जोन को थानावार समीक्षा कर रिपोर्ट देने को कहा। अफवाहों पर रोक को लेकर योगी ने सिद्धार्थनगर, महराजगंज, बस्ती और प्रयागराज में ड्रोन रेकी व चोरी की झूठी सूचनाओं पर कड़ा रुख अपनाते हुए अफवाह फैलाने वालों की गिरफ्तारी का आदेश दिया। चौकीदारों और गश्त को बढ़ाने के भी निर्देश दिए गए। गो तस्करी और बूचड़खाने पर भी मुख्यमंत्री ने सख्ती दिखाई। एसपी को औचक निरीक्षण कर मानक अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा। वहीं दुर्गा पूजा और रावण दहन कार्यक्रमों में सुरक्षा मानकों का पालन करने, प्रतिमाओं की ऊंचाई सीमा का ध्यान रखने और नदियों में जलस्तर अधिक होने की स्थिति में वैकल्पिक विसर्जन व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा।मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा अपराधियों और उपद्रवियों के लिए यूपी में कोई जगह नहीं है। सरकार हर नागरिक की सुरक्षा के लिए जीरो टालरेंस की नीति पर काम कर रही है।”