फर्रूखाबाद: गैसिंगपुर स्थित गैस बाटलिंग प्लांट में बुधवार को आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस अभ्यास में जिला प्रशासन, पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, अग्निशमन विभाग एवं प्लांट प्रशासन की संयुक्त भागीदारी रही।
मॉक ड्रिल के दौरान यह परखा गया कि यदि प्लांट में किसी प्रकार की गैस रिसाव या अग्निकांड जैसी आपात स्थिति उत्पन्न होती है, तो संबंधित विभाग किस प्रकार से त्वरित और समन्वित कार्रवाई करते हैं।
इस अभ्यास की निगरानी जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी और पुलिस अधीक्षक आरती सिंह ने स्वयं मौके पर पहुंचकर की। उन्होंने सभी विभागों द्वारा निभाई गई भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार की मॉक ड्रिल न केवल आपात स्थिति में वास्तविक प्रतिक्रिया का आकलन करने में सहायक होती हैं, बल्कि सभी एजेंसियों के बीच तालमेल को भी सुदृढ़ करती हैं।
अग्निशमन विभाग ने मॉक आग बुझाने का प्रदर्शन किया, वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने घायल कर्मियों को त्वरित प्राथमिक उपचार देने का अभ्यास किया। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने क्षेत्र को सुरक्षित करने और भीड़ नियंत्रण जैसी प्रक्रियाओं को बारीकी से अंजाम दिया।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि भविष्य में भी समय-समय पर इस तरह की मॉक ड्रिल आयोजित की जाएं ताकि किसी भी आपदा से निपटने में पूरी दक्षता और तत्परता बनी रहे। लोगों ने इस संयुक्त प्रयास की सराहना की है और प्रशासन के इस जागरूक प्रयास को जनता की सुरक्षा की दिशा में एक सशक्त कदम मानता है।