सरकार की आर्थिक सहायता के साथ निजी रूप से भी की मदद, जनता ने दिया आशीर्वाद
पीलीभीत: बरखेड़ा विधानसभा (Barkheda Assembly) क्षेत्र में हाल ही में हुई दुःखद घटनाओं के पीड़ितों से मिलने पहुंचे क्षेत्रीय विधायक व महामंडलेश्वर स्वामी प्रवक्तानंद (MLA Swami pravaktanand) ने न सिर्फ संवेदना प्रकट की, बल्कि हर परिवार को शासन से आर्थिक सहायता दिलवाकर राहत भी पहुंचाई। उन्होंने पीड़ितों को आश्वासन देते हुए कहा कि दुःख की इस घड़ी में वे अकेले नहीं हैं, हर संभव सहायता के लिए वे तत्पर हैं।
ग्राम करीमगंज में सांड के हमले में हुई परशुराम लोधी की मौत के बाद मंगलवार को विधायक स्वामी प्रवक्तानंद उनके आवास पर पहुंचे और दिवंगत की पत्नी को प्रदेश सरकार की ओर से 4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता का चेक सौंपा। इस दौरान परिजनों को ढांढस बंधाते हुए उन्होंने भरोसा दिलाया कि परिवार की हर जरूरत में वे साथ खड़े रहेंगे।
इसी क्रम में ग्राम मेवातपुर निवासी मुकेश राजपूत की बीते दिनों शेर के हमले में दर्दनाक मृत्यु हो गई थी। विधायक ने उनके घर पहुंचकर शोक जताया और शासकीय सहायता के तहत उनकी पत्नी को 5 लाख रुपये की धनराशि का चेक सौंपा। परिजनों ने इस मदद के लिए विधायक का आभार जताया।वहीं ग्राम जिरौनियाँ निवासी सीताराम मौर्य के घर में लगी आग से हुए भारी नुकसान की जानकारी पर विधायक मौके पर पहुंचे।
उन्होंने पीड़ित परिवार को निजी स्तर पर आर्थिक सहायता दी और मौके पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों से बात कर शासकीय आर्थिक सहायता दिलवाई। साथ ही एसडीएम से बात कर पीड़ित परिवार के लिए आवास की व्यवस्था भी सुनिश्चित कराई। ग्राम सिंधौरा बिन्धुआ में भी आगजनी की घटना में टीकाराम वर्मा के घर को भारी नुकसान पहुंचा। विधायक स्वामी प्रवक्तानंद ने मौके पर पहुंचकर पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाया और निजी आर्थिक सहयोग देने के साथ ही अधिकारियों को अविलंब सहायता उपलब्ध कराने तथा आवासीय व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
विधायक स्वामी प्रवक्तानंद की सक्रियता और संवेदनशीलता को देखते हुए स्थानीय जनता में उनकी जमकर सराहना हो रही है। क्षेत्र के लोगों ने बताया कि जब भी कोई विपत्ति आती है, तो विधायक सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंचते हैं और पीड़ितों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहते हैं। उनके इसी समर्पण भाव के कारण क्षेत्र की जनता उन्हें अपना संरक्षक मानती है। ग्रामीणों ने विधायक के इस सेवा भाव के लिए आभार जताते हुए उन्हें ढेरों आशीर्वाद दिया। उनके इस मानवीय दृष्टिकोण ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि वे केवल एक जनप्रतिनिधि नहीं, बल्कि जनसेवा के प्रतीक हैं।