- विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने मुख्यमंत्री का जताया आभार
कानपुर। जिलाधिकारी जितेंद्र कुमार सिंह और तत्कालीन मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. हरिदत्त नेमी के बीच लंबे समय से चल रहा विवाद अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में बड़ा और स्पष्ट निर्णय लेते हुए सीएमओ डॉ. नेमी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।इस हाईप्रोफाइल विवाद में विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, एमएलसी अरुण पाठक और विधायक सुरेंद्र मैथानी जैसे वरिष्ठ नेताओं ने खुलकर सीएमओ के पक्ष में पैरवी की थी।
यहां तक कि उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से व्यक्तिगत हस्तक्षेप की गुहार भी लगाई गई। लेकिन मुख्यमंत्री योगी ने जनहित, पारदर्शिता और प्रशासनिक ईमानदारी को सर्वोपरि रखते हुए सभी सिफारिशों को खारिज कर दिया। बिठूर विधायक अभिजीत सिंह सांगा द्वारा डीएम के समर्थन में लिखा गया खुला पत्र इस पूरे मामले में निर्णायक साबित हुआ।
उन्होंने प्रशासन की साख और डीएम की कार्यप्रणाली की खुलकर सराहना की थी, जो मुख्यमंत्री के निर्णय में बड़ा आधार बनी।डीएम जितेंद्र कुमार सिंह की निष्पक्ष कार्यशैली और भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस रवैये की कानपुर से लेकर फर्रुखाबाद तक खुलकर सराहना हो रही है।
सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक गलियारों तक उनके फैसले और साहसिक रुख की चर्चाएं हैं।नए सीएमओ के तौर पर डॉ. उदय नाथ की नियुक्ति की गई है, जो अब स्वास्थ्य विभाग की कमान संभालेंगे।
यह प्रकरण न सिर्फ प्रशासनिक दृढ़ता का प्रतीक बनकर उभरा है, बल्कि सत्ता की सिफारिशों को दरकिनार कर योगी सरकार द्वारा जनहित को प्राथमिकता देने का सशक्त संदेश भी दे गया है।