-कमालगंज में खनन माफियाओं के हौसले बुलंद, प्रशासनिक गठजोड़ पर भी उठे सवाल
कमालगंज (फर्रुखाबाद): थाना क्षेत्रमें अवैध खनन का गोरखधंधा लगातार जारी है। स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि इसमें पुलिस (police) और खनन विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत भी शामिल है। सत्ता पक्ष के छुटभैया नेताओं पर भी अवैध खनन में संलिप्तता के आरोप लग रहे हैं। अमृतपुर (Amritpur) क्षेत्राधिकारी अजय वर्मा ने कमालगंज की गंगा गली में एक आईसर ट्रैक्टर को अवैध रूप से बालू ले जाते हुए पकड़ लिया।
ट्रैक्टर को थाने लाकर बाहर खड़ा कर दिया गया और क्षेत्राधिकारी थाने के अंदर प्रभारी निरीक्षक को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश देने लगे। तभी मौके का फायदा उठाकर नगला दाऊद निवासी खनन माफिया सोनू घर से ट्रैक्टर की दूसरी चाबी लाया और थाने के बाहर से ही ट्रैक्टर लेकर भाग निकला।
जैसे ही पुलिस को जानकारी हुई, थाने में हड़कंप मच गया। क्षेत्राधिकारी व थाना अध्यक्ष ट्रैक्टर को पकड़ने के लिए तत्काल मौके पर रवाना हुए। भागते समय सोनू ने ट्रैक्टर का हाइड्रोलिक प्रेशर खोल दिया जिससे ट्राली में लदी मिट्टी रास्ते में फैल गई, और वह ट्रैक्टर को बागों की ओर ले जाकर छुपा गया। कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने पानी से भरे खेत से ट्रैक्टर बरामद किया।
ट्रैक्टर को क्रेन से खींचकर थाने लाया गया। इसके बाद खनन अधिकारी संजय प्रताप ने ट्रैक्टर का चालान अवैध खनन के आरोप में किया, वहीं थाना पुलिस ने मोटर वाहन अधिनियम के तहत ₹13,000 का चालान काटा। क्षेत्राधिकारी अजय वर्मा ने कहा कि अवैध खनन पर सख्त नजर रखी जा रही है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। वहीं ग्रामीणों ने मांग की है कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो और खनन माफियाओं के साथ-साथ उन अधिकारियों पर भी कार्रवाई हो जो इस खेल में शामिल हैं।