-डीएम की बड़ी कार्यवाही, सुबह 4 बजे एसडीएम एआरटीओ ने दवोचे डंपर
फर्रुखाबाद: जिले मे मौरंग के अवैध साम्राज्य का बादशाह समझा जाने वाला युवक राना सरकार (Rana Sarkar) अब प्रशासन के शिकंजे में है। बघार (Baghar) जो सालों से मौरंग के काले कारोबार का गढ़ बना था, सोमबार सुबह 4 बजे भारी पुलिस-प्रशासनिक घेराबंदी के बीच रंगे हाथो बड़ा खेल खोल दिया गया। यहां से पूरे जनपद में मौरंग की अवैध खेप फैलाने वाला यह नेटवर्क सांसद मुकेश राजपूत की सख्त निगाह और जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी की आक्रामक कार्यशैली के चलते धराशायी होने लगा है।
सोमबार सुबह 4 बजे उपजिलाधिकारी सदर और एआरटीओ प्रवर्तन टीम के नेतृत्व में संयुक्त छापेमारी हुई। बघार के पास खड़े चार डंपर पकड़ लिए गए। एक डंपर को चौकी सेंट्रल जेल में और तीन मोरम लदे डंपरों को चौकी आईटीआई में सीज किया गया। यह कार्रवाई दोनों विभागों के खाते में ₹7,63,750/- का राजस्व जोड़ने के साथ-साथ खनन माफिया के लिए बड़ा झटका साबित हुई।
सूत्र बताते हैं कि राना सरकार वर्षों से इस धंधे का संचालन करता रहा, और बघार उसका सुरक्षित अड्डा था। यहां से पूरे जिले में रातों-रात मोरंग की खेप भेजी जाती थी। मगर सांसद मुकेश राजपूत ने इस खेल पर सवाल उठाए और कार्रवाई के निर्देश दिए। जिलाधिकारी द्विवेदी ने बिना किसी दबाव के सीधी चोट करते हुए माफिया के नेटवर्क में सेंध लगा दी।
प्रशासन का कहना है कि यह तो सिर्फ शुरुआत है—ओवरलोडिंग, अवैध परिवहन और खनन माफिया के खिलाफ अभियान लगातार चलेगा, ताकि इस काले कारोबार की जड़ें पूरी तरह उखाड़ फेंकी जा सकें।


