नई दिल्ली। मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजधानी में आयोजित सेमीकॉन इंडिया 2025 कार्यक्रम में शिरकत की। इस वैश्विक आयोजन में सेमीकंडक्टर उद्योग से जुड़े विशेषज्ञों और 40-50 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत में ही पीएम मोदी के चुटीले अंदाज से पूरा सभागार ठहाकों से गूंज उठा।
प्रधानमंत्री ने अपना भाषण शुरू करते हुए कहा कि “कल रात ही मैं जापान और चीन की यात्रा से वापस लौटा हूं।” इस पर सभागार में मौजूद लोगों ने तालियां बजाईं। इसके बाद पीएम मोदी ने मुस्कुराते हुए चुटकी ली कि “गया था, इसलिए तालियां बजा रहे हैं या वापस लौटा हूं इसलिए?” उनके इतना कहते ही पूरा सभागार ठहाकों से भर गया।
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि भारत पर दुनिया का भरोसा लगातार बढ़ रहा है और सेमीकंडक्टर क्षेत्र में भारत अब वैश्विक साझेदारी का केंद्र बन रहा है। उन्होंने कहा कि “यहां भारत की युवा शक्ति भी नजर आ रही है। दुनिया अब भारत के साथ मिलकर सेमीकंडक्टर का भविष्य बनाने के लिए तैयार है।”
आर्थिक मोर्चे पर पीएम मोदी ने कहा कि अप्रैल-जून तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था ने 7.8% की दर से वृद्धि दर्ज की है, जो वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच उम्मीदों से कहीं बेहतर है। उन्होंने विश्वास जताया कि मौजूदा विकास दर से भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
प्रधानमंत्री ने सेमीकंडक्टर की अहमियत बताते हुए कहा कि “20वीं शताब्दी को तेल ने आकार दिया था। तेल को काला सोना कहा जाता था। लेकिन 21वीं सदी की शक्ति अब चिप में सिमट गई है। ये छोटी सी चिप ही आज दुनिया की प्रगति को नई दिशा और गति देने वाली है। तेल था काला सोना, लेकिन अब चिप्स डिजिटल हीरे हैं।”
उन्होंने कहा कि भारत में तेजी से बदलता स्टार्टअप इकोसिस्टम, युवा इंजीनियरिंग टैलेंट और मजबूत नीतिगत समर्थन ही देश को वैश्विक सेमीकंडक्टर उद्योग का पसंदीदा केंद्र बना रहे हैं। पीएम मोदी ने भरोसा जताया कि भारत आने वाले समय में तकनीक और निवेश दोनों के लिहाज से पूरी दुनिया को आकर्षित करेगा और “डिजिटल इंडिया” के सपने को साकार करेगा।