श्रीनगर: पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने हाल ही में हुए दिल्ली धमाके (Delhi blast) मामले में घाटी के कुछ डॉक्टरों के नाम आने की खबरों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि अगर ये आरोप सही साबित होते हैं, तो यह जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के लोगों के लिए “चिंता का क्षण” होगा। मीडिया से बात करते हुए, महबूबा ने कहा कि दिल्ली विस्फोट, जिसमें कई लोगों की जान चली गई, दिल दहला देने वाला था और इस तरह के कृत्य से शिक्षित पेशेवरों के जुड़े होने की संभावना बेहद परेशान करने वाली है।
उन्होंने कहा- “यह एक बहुत ही दुखद घटना थी, और इससे भी ज़्यादा दुखद यह है कि कश्मीर के हमारे कुछ डॉक्टरों का नाम लिया जा रहा है। ये हमारे समाज के सबसे बुद्धिमान और शिक्षित लोगों में से हैं – राष्ट्र के निर्माता। उन्होंने आगे कहा कि अगर निष्पक्ष और पारदर्शी जाँच के बाद यह साबित हो जाता है कि डॉक्टर इसमें शामिल थे, तो यह चिंता का विषय होगा।
महबूबा ने कहा-जम्मू-कश्मीर के लोगों, खासकर मुस्लिम समुदाय के लिए, यह चिंता का विषय है। न केवल हमारा सबसे अच्छा दिमाग बर्बाद हो रहा है, बल्कि यह हम पर एक बड़ा दाग भी लगाता है। उन्होंने आगे कहा कि इससे जम्मू-कश्मीर के लोगों, खासकर देश भर के मुसलमानों और यहाँ तक कि इस क्षेत्र से बाहर रहने वालों के लिए भी जीवन और कठिन हो जाएगा।
पीडीपी प्रमुख ने आगे उम्मीद जताई कि चल रही जाँच “स्वतंत्र, निष्पक्ष और त्वरित” होगी। उन्होंने आगे कहा कि जिन लोगों पर संदेह है, उनके परिवारों से पूछताछ की जानी चाहिए, लेकिन आरोप साबित होने तक उनके साथ “अपराधियों जैसा व्यवहार नहीं” किया जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा, जिन लोगों पर संदेह है, उनसे पूछताछ की जानी चाहिए, लेकिन इस तरह से कि उनकी गरिमा बनी रहे और उनके साथ अपराधियों जैसा व्यवहार न किया जाए।


