हरदोई, फ़र्रूख़ाबाद | हरदोई जनपद को उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़ा तोहफा दिया है। केंद्र सरकार की पीएम मित्र (PM MITRA) योजना के तहत यहां मेगा टेक्सटाइल पार्क बनाया जाएगा। इस प्रोजेक्ट को UPSIDC (उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण) विकसित करेगा। केंद्र सरकार इसमें 200 करोड़ रुपये की सहायता देगी, जबकि राज्य सरकार भी जरूरी संसाधन और सुविधाएं उपलब्ध कराएगी। योजना के तहत उद्यमियों को भारी निवेश के लिए आमंत्रित किया जा रहा है।
10,000 करोड़ के निवेश और 20 हजार रोजगार का दावा
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, इस टेक्सटाइल पार्क में करीब 10,000 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है। इसमें 300 से अधिक इकाइयों की स्थापना की योजना है, जिससे लगभग 20,000 युवाओं को रोजगार मिलने की संभावना जताई जा रही है। पार्क को केंद्र और राज्य की संयुक्त भागीदारी से विकसित किया जाएगा।
हालांकि, योजना को लेकर निवेशकों में ज्यादा उत्साह नहीं दिख रहा है। अब तक की जानकारी के अनुसार, सिर्फ 15 से 18 उद्यमियों ने ही पार्क में रुचि दिखाई है, जिनमें से अधिकांश छोटे या मझोले स्तर के हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि हरदोई में टेक्सटाइल इंडस्ट्री का कोई ठोस आधार नहीं है और यहां कुशल मानव संसाधन व तकनीकी अधोसंरचना की भी कमी है।
वहीं टेक्सटाइल उद्योग से जुड़े कई जानकारों ने सवाल उठाया है कि फर्रुखाबाद जैसे पारंपरिक कपड़ा उद्योग वाले जिले को नज़रअंदाज क्यों किया गया? फर्रुखाबाद दशकों से साड़ी, बुनकरी, ब्लॉक प्रिंटिंग और हैंडलूम के लिए जाना जाता रहा है। यहां पहले से मौजूद संसाधन और कुशल कारीगर टेक्सटाइल पार्क के लिए बेहतर विकल्प हो सकते थे।
क्या है सरकार की रणनीति?
सरकार का तर्क है कि हरदोई में बड़ी मात्रा में जमीन उपलब्ध है, साथ ही यहां गंगा एक्सप्रेसवे जैसी नई कनेक्टिविटी योजनाएं चल रही हैं, जिससे भविष्य में यहां इंडस्ट्री का विस्तार हो सकता है। सरकार जल्द ही इंवेस्टर मीट और उद्यमियों की कार्यशालाएं आयोजित कर, निवेशकों को आकर्षित करने की योजना बना रही है।
संभावनाएं और संशय दोनों मौजूद
हरदोई में मेगा टेक्सटाइल पार्क की घोषणा से भले ही क्षेत्रीय विकास की संभावनाएं बढ़ी हैं, लेकिन निवेश की सुस्ती और आधारभूत संरचना की कमी इस परियोजना को सफल बनाने में चुनौती बन सकती है।


