-एसपी आरती सिंह की सख्ती को दी जा रही मात
फर्रुखाबाद | शासन की मंशा अनुरूप पुलिस अधीक्षक आरती सिंह जहां कानून व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त बनाने में दिन रात जुटी हैं, वहीं कुछ पुलिसकर्मी उनकी मेहनत पर पानी फेरने में लगे हैं।कायमगंज कोतवाली क्षेत्र के रायपुर गांव में अवैध मीकारोबार का खुलासा होने के बाद पुलिस विभाग के अंदरखाने की बड़ी लापरवाही सामने आई है।
जानकारी के अनुसार, गांव रायपुर में बिना लाइसेंस के बड़े जानवरों का मीट धड़ल्ले से बेचा जा रहा है। सूत्रों की मानें तो ये दुकानें उन लोगों द्वारा चलाई जा रही हैं जिन पर पहले से गौकशी के गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। और तो और, ये पूरा अवैध धंधा कायमगंज कोतवाल के ड्राइवर दिनेश त्रिपाठी की मिलीभगत से चल रहा है। बताया जा रहा है कि यह गोरखधंधा सुबह 4 बजे से 6 बजे तक चलता है, जिसमें ड्राइवर की सेटिंग के दम पर चार दुकानें खुलेआम मीट बेच रही हैं।
इन दुकानों के संचालकों में शिबू कुरैशी और फरमान कुरैशी के नाम प्रमुखता से सामने आए हैं। बताया जा रहा है कि इन दुकानों से 20 हजार रूपये प्रति माह वसूला जा रहा है, जो कथित रूप से पुलिस विभाग के ही कुछ जिम्मेदार लोगों तक पहुंचता है।
स्थानीय लोगों में इस अवैध कारोबार को लेकर गहरा आक्रोश है। लोग पूछ रहे हैं कि जब जिले की पुलिस अधीक्षक आरती सिंह पूरी निष्ठा और ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का पालन कर रही हैं, तो उनके ही अधीनस्थ कुछ अधिकारी उनकी छवि और जिले की कानून व्यवस्था को क्यों बिगाड़ रहे हैं एसपी आरती सिंह को चाहिए कि वे इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराएं और दोषी कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई करें, ताकि ईमानदार प्रयासों की गरिमा बनी रहे और जनता का कानून पर भरोसा मजबूत हो।