बरेली। राजनीतिक गलियारों में एक बार फिर हलचल मच गई है। बरेली के वरिष्ठ इस्लामिक स्कॉलर मौलाना शहाबुद्दीन ने समाजवादी पार्टी के शीर्ष नेताओं पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव, पार्टी सांसद मोहिबुल्लाह नदवी, और खासतौर पर कन्नौज की सांसद डिंपल यादव पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
मौलाना शहाबुद्दीन ने कहा कि,
“डिंपल यादव ने मस्जिद में अपने पहनावे के जरिए इस्लाम की पवित्र जगह की तौहीन की है। वह एक राजनीतिक हिंदू महिला हैं और उन्हें इस्लामिक मर्यादाओं की समझ नहीं।”
मौलाना ने सपा सांसद डिंपल यादव से पूरे मुस्लिम समाज से माफी मांगने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मस्जिद में प्रवेश करने से पहले शरीयत के अनुसार शिष्टता और पहनावे का ध्यान रखना हर किसी का फर्ज है, चाहे वह किसी भी पद या पार्टी से हो।
मौलाना ने यह भी आरोप लगाया कि अखिलेश यादव मुस्लिम भावनाओं का केवल राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल करते हैं, जबकि पार्टी में शामिल मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी जैसे लोग सिर्फ दिखावटी मुस्लिम प्रतिनिधि हैं, जो ऐसे मामलों में चुप्पी साधे रहते हैं।
अब तक समाजवादी पार्टी की ओर से इस बयान पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि सियासी जानकारों का मानना है कि यह मामला आने वाले चुनावों में मुस्लिम वोट बैंक पर प्रभाव डाल सकता है।
यह बयान ऐसे समय आया है जब सपा खुद को भाजपा के मुकाबले एक धर्मनिरपेक्ष और अल्पसंख्यक-हितैषी पार्टी के रूप में प्रस्तुत करने की कोशिश कर रही है। लेकिन मौलाना शहाबुद्दीन जैसे प्रभावशाली धार्मिक नेता का यह आरोप पार्टी की छवि को झटका दे सकता है।