गोण्डा हादसे के बाद आयुक्त सख्त,अब आउटसोर्सिंग चिकित्सा कर्मियों की होगी क्वालिफिकेशन जांच
गोण्डा: आयुक्त देवीपाटन मण्डल शशि भूषण लाल सुशील ने गोण्डा में रविवार को हुए भवन गिरने की घटना के बाद 108 ambulances में ड्यूटी कर रहे EMTs इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन के साथ वार्ता की। इस दौरान स्पष्ट हुआ कि कई ई.एम.टी. सी पी आर टेक्नीक के क्रियान्वयन में निपुण नहीं हैं। जिस पर मंडलायुक्त देवी पाटन मंडल शशि भूषण लाल सुशील ने चिंता जताते हुए नाराजगी जाहिर की तथा निर्देश दिया कि मण्डल के सभी जनपदों में कार्यरत सभी ई.एम.टी. की शिक्षा योग्यता एवं मेडिकल डिग्री का सत्यापन किया जाए। इसके लिए उन्होंने जिलाधिकारी गोण्डा, बलरामपुर, बहराइच एवं श्रावस्ती को पत्र भेजकर विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
तथा बताया कि प्रत्येक ई.एम.टी. का नाम, पदस्थापन स्थल, तैनाती की तिथि, शैक्षिक योग्यता, चिकित्सकीय योग्यता तथा सेवा में भर्ती होने का स्रोत निर्धारित प्रारूप पर तीन दिवस के भीतर उपलब्ध कराया जाए। साथ ही यह भी कहा कि चिकित्सा सेवा से जुड़े सभी आउटसोर्सिंग कर्मियों की नियुक्ति संबंधित योग्यता का परीक्षण भी अनिवार्य रूप से किया जाए।
मौके पर चिंता जताते हुए आयुक्त ने कहा कि मरीजो के साथ कदापि किसी भी प्रकार से लापरवाही छम्य योग्य नहीं होती है।ऐसे में चिकित्सा कर्मियों की दक्षता से किसी भी स्थिति में समझौता नहीं किया जा सकता है। अतः योग्य एवं प्रशिक्षित कर्मियों की ही नियुक्ति सुनिश्चित की जाए। यह कदम आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता और मरीजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।