अलीगढ़। बरेली के बाद अलीगढ़ में भी सामाजिक सौहार्द्र को बिगाड़ने की कोशिश सामने आई है। लोधा ब्लाक क्षेत्र के भगवानपुर और बुलागढ़ी गांव में कुल पांच मंदिरों की दीवारों पर हरे रंग से “आइ लव मुहम्मद” लिखा गया। सभी मंदिर लगभग दो किलोमीटर के क्षेत्र में स्थित हैं।
सुबह पूजा करने पहुंचे ग्रामीणों ने यह देखकर आक्रोश जताया। हिंदू संगठनों के लोग तुरंत मंदिरों पर पहुंचे और विरोध दर्ज कराया। गभाना के सीओ संजीव तोमर के निर्देश पर पुलिस ने सभी मंदिरों की दीवारों से लिखे शब्द साफ कराए और लोगों को शांत कराया।
करणी सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ज्ञानेंद्र सिंह और राष्ट्रीय सवर्ण परिषद के आचार्य भरत तिवारी भी मौके पर पहुंचे। ज्ञानेंद्र सिंह की तहरीर पर मौलवी मुस्तकीम, गुल मोहम्मद, सुलेमान, सोनू, अल्लाबक्श, हसन, हामिद और यूसुफ के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। एसएसपी नीरज जादौन ने बताया कि सुरक्षा के मद्देनजर वहां पिकेट तैनात किया गया है।
जानकारी के अनुसार, मौलाना मुस्तकीम का नाम पहले भी विवाद में आया था। यह मामला 20 सितंबर को भगवानपुर लखनपुरा में मौलाना और हिंदू समाज के कुछ लोगों के बीच हुई मारपीट से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। मौलाना मुस्तकीम मूल रूप से बिहार के भागलपुर निवासी हैं और इमाम पद पर हैं तथा उर्दू पढ़ाते हैं। विवाद के बाद दोनों पक्षों की ओर से पहले भी मुकदमा दर्ज कराया गया था।
यह घटना अलीगढ़ में धार्मिक और सामाजिक माहौल को तनावपूर्ण करने वाली मानी जा रही है।






