नई दिल्ली: दिल्ली (Delhi) में धमाके के बाद बड़ा खुलासा हुआ है कि डॉक्टर (Doctors) मुज़म्मिल और उमर ने एक बड़ी आतंकी साजिश के तहत लाल किले (Red Fort) की रेकी की थी। इस मॉड्यूल की योजना 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) को लाल किले को निशाना बनाने की थी और दिवाली के दौरान भीड़भाड़ वाली जगह पर हमले की भी थी। सूत्र ने कहा, हमने खुलासा किया है कि उसने कथित आत्मघाती हमलावर डॉक्टर उमर के साथ मिलकर जनवरी के पहले हफ्ते में लाल किले की रेकी की थी। यह महत्वपूर्ण जानकारी डॉक्टर मुज़म्मिल के फोन के डंप डेटा से प्राप्त की गई थी।
यह खुलासा तब हुआ जब सुरक्षा एजेंसियों को “डॉक्टर टेरर मॉड्यूल” मामले में महत्वपूर्ण सफलता मिली। 10 नवंबर को शाम 6:52 बजे लाल किले के बाहर हुए विस्फोट के सिलसिले में 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया और तीन को हिरासत में लिया गया। सभी गिरफ्तारियाँ जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कीं और अब तक कुल 56 डॉक्टरों से पूछताछ की जा चुकी है।
जाँच का पता जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर के नौगाम पुलिस स्टेशन क्षेत्र में सुरक्षा बलों को धमकी देने वाले एक आपत्तिजनक पोस्टर से चलता है। इस संबंध में 19 अक्टूबर को मामला दर्ज किया गया था। 10 नवंबर को लाल किले के बाहर हुए विस्फोट के बाद उत्तरी दिल्ली के कोतवाली पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी। यूएनआई समाचार एजेंसी द्वारा देखी गई प्राथमिकी में विस्फोट को बम विस्फोट बताया गया था। जाँच के विवरण से पता चलता है कि डॉ. उमर उस चलती i20 कार में थे जहाँ विस्फोट हुआ था। डॉ. उमर इस मामले में जम्मू-कश्मीर पुलिस के लिए वांछित थे।
डॉ. उमर ने लाल किला मेट्रो स्टेशन की पार्किंग में लगभग तीन घंटे बिताए, इस दौरान वह लगातार किसी के संपर्क में रहे। सीसीटीवी विश्लेषण से पता चलता है कि कार दोपहर 3:19 बजे पार्क की गई थी और तीन घंटे बाद शाम 6:48 बजे पार्किंग क्षेत्र से बाहर निकली, उस समय जब इलाका विशेष रूप से भीड़भाड़ वाला था। इस मामले (दिल्ली विस्फोट) की जाँच अब एनआईए द्वारा की जा रही है। जम्मू-कश्मीर पुलिस भी मामले की जाँच कर रही है।


