-खनन, बिजली, मुआवजा और भ्रष्टाचार पर किसान यूनियन का हमला, 20 जून को होगा विशाल प्रदर्शन
राजेपुर (फर्रुखाबाद): भारतीय किसान यूनियन अखंड (Bhakiyu Akhand) के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र सोमवंशी ने रविवार को ग्राम बदनपुर स्थित जमापुर संकल्प एकेडमी (Jamapur Sankalp Academy) में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान कई ज्वलंत मुद्दों को लेकर सरकार और प्रशासन को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने बताया कि पूर्व निर्धारित आंदोलन की तिथि 16 जून से बदलकर अब 20 जून 2025 कर दी गई है।
प्रेस वार्ता में श्री सोमवंशी ने कहा कि क्षेत्र में अवैध खनन, बिजली कटौती, मुआवजा विसंगति, विभागीय भ्रष्टाचार और सरकारी लापरवाही ने किसानों की परेशानियां बढ़ा दी हैं। इन मुद्दों के समाधान की मांग को लेकर अब आंदोलन और ज्ञापन सौंपने का क्रम तेज होगा। नया हाईवे निर्माण (जैनापुर–तुर्कटा–बिलालपुर) से प्रभावित किसानों को पुराने सर्किल रेट पर मुआवजा देना अनुचित है। मुआवजा बढ़ाया जाए।
गंगा पार के गांवों में बिजली कटौती और कनेक्शन काटने की कार्यवाही पर तत्काल रोक लगे। 16 जून को सुबह 11 बजे, अमृतपुर तहसील परिसर में उपजिलाधिकारी को ज्ञापन और कारण बताओ नोटिस सौंपा जाएगा। प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि असमपुर घाट क्षेत्र में खनन पट्टा संख्या 32 के अंतर्गत केवल 10 हेक्टेयर भूमि की अनुमति है, जबकि खनन माफियाओं द्वारा वन विभाग की 26 हेक्टेयर भूमि (गाटा संख्या 24, 26, 30, 31, 41, 43) में अवैध खनन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि—
“वन भूमि पर अवैध खनन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। खनन माफियाओं पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाए।”
प्रेस वार्ता में खनन विभाग के सहयोगी पंकज यादव पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा गया कि—
“किसानों को खुदाई की अनुमति होने के बावजूद प्रति ट्रैक्टर ₹3000 की रिश्वत वसूली जा रही है। यह अवैध वसूली वाहन चालकों के माध्यम से जिलेभर में हो रही है।”
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि काली नदी पुल से पांचाल घाट और बरेली तक बना मार्ग पूर्णतः मानक विहीन है। इसकी निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की गई है। उन्होंने गिरीश बाबू नामक निरीक्षक पर पेट्रोल पंप और धर्मकांटे संचालकों से मोटे पैमाने पर वसूली करने का आरोप लगाया।
“हर पंप से ₹1000 मासिक लेकर पेट्रोल-डीजल कम नापने की छूट दी जाती है।”
जिला अस्पताल, सीएचसी और पीएचसी पर इलाज में देरी और मरीजों से वसूली का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों की हालत बदतर है। नरेंद्र सोमवंशी ने बताया कि इन सभी मुद्दों को लेकर अब 20 जून को अमृतपुर तहसील परिसर में बड़ा प्रदर्शन होगा।
इससे पहले 16 जून को ज्ञापन सौंपा जाएगा। उन्होंने सभी किसानों, ग्रामीणों और संगठन के पदाधिकारियों से बड़ी संख्या में शामिल होने की अपील की। प्रेस वार्ता में कई पदाधिकारी व संगठन से जुड़े कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।भाकियू अखंड का कहना है कि संघर्ष तब तक जारी रहेगा, जब तक जनता को न्याय और किसान को अधिकार नहीं मिल जाता।