फर्रुखाबाद: शनिवार को फतेहगढ़ में दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। थाना कादरी गेट क्षेत्र के मंडी रोड स्थित सातनपुर निकट पूर्व शुभेच्छा हॉस्पिटल बिल्डिंग में बने सेप्टिक टैंक (Septic tank) में अचानक जोरदार धमाका (Major explosion) हो गया। धमाके की गूंज इतनी जबरदस्त थी कि आस-पास के इलाके में दहशत फैल गई। देखते ही देखते गली-मोहल्लों से लोग घरों से बाहर निकल आए और मौके पर भगदड़ जैसी स्थिति बन गई।
सूत्रों के मुताबिक बिल्डिंग परिसर में बना सेप्टिक टैंक कई दिनों से चोक था। टैंक में मेथेन गैस का दबाव इतना बढ़ा कि अचानक जोरदार धमाके के साथ यह फट गया। धमाका इतना भयंकर था कि टैंक के ऊपर रखी पक्की स्लैब तक चकनाचूर हो गई और मलबा चारों ओर बिखर गया। आसपास मौजूद लोग मलबे की चपेट में आ गए।
हादसे में कुल सात लोग बुरी तरह घायल हो गए। चीख-पुकार सुनते ही लोग मदद के लिए दौड़े और आनन-फानन में घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। जहां इलाज के दौरान दो लोगों की मौत हो गई। घायलों में रिदम यादव पुत्र विवेक यादव निवासी सेंट्रल जेल फतेहगढ़, निखिल यादव पुत्र नीलू यादव उम्र 9 वर्ष निवासी गुंजन विहार कॉलोनी, पीयूष यादव पुत्र नीलू यादव निवासी गुंजन विहार कॉलोनी, अंशिका गुप्ता 11 वर्ष उत्तरी पंकज गुप्ता निवासी सेंट्रल जेल, प्रथम उर्फ अभय श्रीवास्तव 10 वर्ष पुत्र सुधीर श्रीवास्तव निवासी निनौहा फतेहगढ़, आकाश कश्यप 24 वर्ष पुत्र दीपक कश्यप निवासी निनौहा फतेहगढ़ के नाम शामिल है। वहीं मृतकों की पहचान आकाश सक्सेना 25 वर्ष पुत्र राजेश निवासी निनौहा फतेहगढ़ व दूसरे मृतक की पहचान घायल प्रथम उर्फ अभय श्रीवास्तव के रूप में हुई है। वहीं घायल आकाश कश्यप को कन्नौज के लिए रेफर कर दिया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने दोनों मृतकों की पुष्टि की। घटना के बाद से इलाके में मातम और दहशत का माहौल है। जैसे ही धमाके की खबर फैली, प्रशासन और पुलिस के उच्चाधिकारी भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। अपर जिलाधिकारी, अपर पुलिस अधीक्षक डॉक्टर संजय सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट सुनील बंसल, सीओ सिटी ऐश्वर्या उपाध्याय, अतिरिक्त एसडीएम गजराज सिंह, कोतवाल फतेहगढ़ रणविजय सिंह, 112 प्रभारी अमोद कुमार सिंह, कादरी गेट थाना प्रभारी और जहानगंज थाना अध्यक्ष राजेश राय भी घटनास्थल पर मौजूद रहे।
घटना की गंभीरता को देखते हुए फॉरेंसिक टीम, फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस मौके पर पहुंचीं। चारों ओर बैरिकेडिंग कर दी गई और राहत-बचाव अभियान चलाया गया। फिलहाल पुलिस और विशेषज्ञों की टीमें हादसे के कारणों की पड़ताल कर रही हैं। प्रारंभिक जांच में मेथेन गैस को ही धमाके का कारण बताया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार इस बिल्डिंग में इस समय सन क्लासेस नाम से एक लाइब्रेरी संचालित हो रही है, जिसे योगेश कुमार और रविंद्र कुमार चला रहे हैं। हादसे के वक्त इलाके में दर्जनों लोग मौजूद थे, जिससे जनहानि और बढ़ सकती थी। हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में दहशत और चिंता का माहौल है। स्थानीय लोग अब इस तरह के सेप्टिक टैंकों और बिल्डिंगों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर रहे हैं। वहीं मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी व पुलिस अधीक्षक आरती सिंह ने घटना की गंभीरता को देखते हुए विस्तृत जांच के आदेश दे दिए हैं।