मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद (Moradabad) में कर चोरी के खिलाफ एक बड़े अभियान चलाया गया। राज्य कर विभाग की विशेष जांच शाखा (एसआईबी) ने खुशहालपुर स्टेशन रोड (Khushhalpur Station Road) स्थित एक थोक गद्दा व्यवसाय और उससे जुड़े आठ अन्य परिसरों पर एक साथ छापेमारी (raid) की। अधिकारियों ने आज पुष्टि की कि यह बड़े पैमाने पर कार्रवाई दोपहर में शुरू हुई और देर रात तक जारी रही, जिसमें 42 अधिकारियों वाली आठ टीमें शामिल थीं।
अधिकारियों के अनुसार, विभाग को इन व्यावसायिक इकाइयों द्वारा अनियमितताओं और संभावित जीएसटी चोरी के बारे में लंबे समय से शिकायतें मिल रही थीं। आरोप लगाया गया था कि वास्तविक बिक्री और आधिकारिक खातों में दर्ज बिक्री में काफी अंतर था। इन सूचनाओं पर कार्रवाई करते हुए, विभाग ने एक गोपनीय जांच की और बाद में कई स्थानों पर समन्वित छापेमारी की।
टीमों ने न केवल फार्महाउस और उसके नीचे स्थित शोरूम का निरीक्षण किया, बल्कि 3 किलोमीटर के दायरे में फैले गोदामों का भी निरीक्षण किया। तलाशी के दौरान, अधिकारियों ने जीएसटी अनुपालन से संबंधित दस्तावेजों, कंप्यूटर रिकॉर्ड और बिलिंग डेटा की जाँच की। प्रारंभिक निष्कर्षों में कथित तौर पर गंभीर विसंगतियों की ओर इशारा किया गया है। सूत्रों ने खुलासा किया कि कई गोदामों में बिना उचित जीएसटी चालान के सामान रखा हुआ था। अधिकारियों ने इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) दावों, ई-वे बिल और बिक्री रजिस्टरों की भी जाँच की।
छापेमारी की खबर व्यावसायिक क्षेत्रों में फैलते ही स्थानीय व्यापारियों में हड़कंप मच गया। अधिकारियों ने बताया कि इस कार्रवाई का उद्देश्य कर चोरी पर अंकुश लगाना और व्यावसायिक लेन-देन में पारदर्शिता को बढ़ावा देना है। आगे की जाँच के लिए कई महत्वपूर्ण दस्तावेज़ और डिजिटल रिकॉर्ड ज़ब्त कर लिए गए हैं।
ज़ब्त किए गए डेटा का विश्लेषण करने के बाद, विभाग आगे की कानूनी कार्रवाई पर फैसला करेगा। टीमें कल देर शाम तक मौके पर मौजूद रहीं और कंप्यूटर सर्वर और डिजिटल फाइलों की प्रतियां सुरक्षित रखीं। अगले कुछ दिनों में प्रारंभिक रिपोर्ट आने की उम्मीद है। राज्य कर विभाग, मुरादाबाद के अपर आयुक्त (ग्रेड-I) अशोक कुमार सिंह ने कहा, कर विसंगतियों की पहचान के लिए डेटा का गहन विश्लेषण किया जा रहा है। शहर के मुख्य बाजार में एक बड़े थोक गद्दा विक्रेता के शोरूम समेत आठ जगहों पर छापे मारे गए। बड़े पैमाने पर कर चोरी का संदेह है।


