लखनऊ — कैसरबाग इलाके में हालिया किसी हादसे (सड़क/निगरानी/सार्वजनिक सुरक्षा-प्रसंग) को लेकर लखनऊ की मेयर और सपा विधायक रविदास मल्होत्रा के बीच सार्वजनिक बहस तेज हो गई है। दोनों नेता घटनाक्रम और उसके कारणों को लेकर आपस में आड़े-तिरछे बयानबाजी कर रहे हैं।
मेयर ने नगर निगम की कार्यप्रणाली और तत्काल राहत व मरम्मत कार्यों की व्याख्या करते हुए कहा कि प्रशासनिक टीम ने समय रहते कदम उठाए; वहीं विधायक ने कहा कि यह घटना सिहत्त निगम की लापरवाही और समय पर निगरानी न करने का परिणाम है।
स्थानीय वासियों और व्यापारियों ने कहा कि दोनों ओर से जनता-हित के मुद्दे उठ रहे हैं, पर दोषारोपण से समस्या का स्थायी समाधान नहीं निकलता — उनका दबाव है कि ज़रूरी मरम्मत/सुरक्षा उपाय तत्काल लागू किए जाएँ।
विश्लेषक बताते हैं कि ऐसे विवाद अक्सर स्थानीय राजनीतिक दबाव और आगामी चुनावी सालों में अधिक उभरकर सामने आते हैं; नागरिक हित को ध्यान में रखते हुए त्वरित तकनीकी सर्वे और सार्वजनिक क्विक-रिपेयर ही स्थायी प्रतिक्रिया हो सकती है।