– वन विभाग ने रोपे सर्वाधिक 16 लाख पौधे, वृक्षारोपण महाअभियान में दिखा प्रशासनिक समन्वय
प्रशांत कटियार
फर्रुखाबाद | संवाददाता: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पर्यावरण संरक्षण अभियान को गति देते हुए जनपद में बुधवार को वृक्षारोपण महाअभियान आयोजित किया गया। इस अभियान के अंतर्गत जिले के 26 विभागों ने मिलकर करीव 38 लाख पौधों का रोपण किया। महाअभियान की शुरुआत राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राकेश राठौर ‘गुरु’ ने पुठरी गांव से स्वयं पौधारोपण कर की।
इस अवसर पर मंत्री राठौर ने कहा कि हर व्यक्ति का कर्तव्य है कि वह प्रकृति के प्रति उत्तरदायित्व समझे और कम से कम एक पौधा अवश्य लगाए। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस हरियाली मिशन की सराहना करते हुए कहा कि यह सिर्फ एक अभियान नहीं, बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए एक सुरक्षित और स्वच्छ भविष्य की नींव है।
अभियान में वन विभाग ने सबसे बड़ी भूमिका निभाते हुए 16 लाख पौधों का रोपण किया। इसके अतिरिक्त कृषि विभाग द्वारा 3.62 लाख पौधे लगाए गए। अन्य विभागों जैसे शिक्षा, सिंचाई, ग्रामीण विकास, पंचायतीराज, स्वास्थ्य, राजस्व, पुलिस, नगर निकाय और जिला प्रशासन आदि ने भी इसमें सक्रिय भागीदारी निभाई।
वृक्षारोपण कार्यक्रम में जिले के सभी जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेटों की सक्रिय उपस्थिति रही। सांसद मुकेश राजपूत, भाजपा जिलाध्यक्ष फतेहचंद वर्मा, अमृतपुर विधायक सुशील शाक्य, भाजपा महामंत्री डी.एस. राठौर, जिलाधिकारी आशुतोष मिश्रा, मुख्य विकास अधिकारी डॉ. अरविंद कुमार मिश्रा, अपर जिलाधिकारी याद राम, सहित तमाम विभागीय अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में पहुंचकर पौधारोपण कार्य में जुटे रहे।
यह वृक्षारोपण सिर्फ एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि गांव-गांव और शहर की गलियों तक फैला हुआ हरित संकल्प बन गया। विद्यालयों, आंगनबाड़ियों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, ग्राम पंचायतों और प्रमुख सार्वजनिक स्थलों पर पौधे लगाए गए।
अधिकारियों ने जनता से अपील की कि वे इन लगाए गए पौधों की देखभाल को अपना सामाजिक दायित्व समझें। वृक्षारोपण के बाद उनके संरक्षण की जिम्मेदारी प्रत्येक ग्राम प्रधान, प्रधानाचार्य, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और नागरिकों को दी गई है।
यह अभियान सिर्फ पौधारोपण तक सीमित नहीं, बल्कि पर्यावरण संतुलन, वर्षा की निरंतरता, भूमि कटाव की रोकथाम और स्वच्छ वायु के संकल्प को भी साकार करता है। सरकार की मंशा है कि हर नागरिक वृक्ष मित्र बनकर इस कार्य को जन आंदोलन में बदल दे।


