जुलाई 2026 से शुरू होगा पठन-पाठन, किसानों की समृद्धि और युवाओं के रोजगार का बनेगा केंद्र
कुशीनगर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi) ने रविवार को निर्माणाधीन महात्मा बुद्ध कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (Mahatma Buddha University of Agriculture and Technology) कुशीनगर का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्माण कार्य की गति पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए निर्देश दिए कि जुलाई 2026 सत्र से विश्वविद्यालय में पठन-पाठन कार्य प्रारंभ करने के लिए युद्धस्तरीय प्रयास किए जाएं।
मुख्यमंत्री ने परिसर का भ्रमण कर निर्माण की प्रगति की जानकारी ली और कार्यदायी संस्था को निर्माण की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कार्यदायी संस्था ने विश्वविद्यालय भवन को अक्टूबर 2026 तक पूरा करने का आश्वासन दिया है, परंतु प्रयास यह होना चाहिए कि भवन लक्षित समय से पहले ही तैयार हो जाए, ताकि जुलाई 2026 तक प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण कर अगस्त-सितंबर से नियमित पठन-पाठन शुरू किया जा सके।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा —
“महात्मा बुद्ध के नाम पर बन रहा यह विश्वविद्यालय पूर्वी उत्तर प्रदेश की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि साबित होगा। यह न केवल किसानों की समृद्धि का माध्यम बनेगा बल्कि युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी प्रदान करेगा।”
उन्होंने कहा कि कुशीनगर और आसपास का क्षेत्र कृषि की दृष्टि से अत्यंत समृद्ध है। यहां की भूमि उपजाऊ है और जल संसाधन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में इस क्षेत्र को बेहतर कनेक्टिविटी भी प्राप्त हुई है, जिससे यहां के कृषि उत्पाद और तकनीकी नवाचार राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह विश्वविद्यालय पूर्वी उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए एक “मील का पत्थर” सिद्ध होगा और औद्यानिक फसलों, गन्ना उत्पादन तथा कृषि नवाचारों को नई दिशा देगा। उन्होंने इसे डबल इंजन सरकार की ओर से अन्नदाता किसानों को समर्पित एक “विकास का उपहार” बताया। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के साथ कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, सांसद विजय कुमार दूबे, क्षेत्रीय विधायकगण, मंडलायुक्त, डीआईजी, जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।


