प्रयागराज। आगामी महाकुंभ (Maha Kumbh) में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की सुरक्षा के लिए आईआईटी कानपुर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उत्तर प्रदेश सरकार ने आईआईटी को डिजिटल सुरक्षा के रिव्यू की जिम्मेदारी सौंपी है, जिससे सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाया जा सके।
महाकुंभ में देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालुओं के साथ कई महत्वपूर्ण राजनीतिक और गैर-राजनीतिक हस्तियों के शामिल होने की संभावना है। ऐसे में आईआईटी कानपुर ने तकनीक का उपयोग करते हुए सुरक्षा को पुख्ता करने की योजना बनाई है। संस्थान आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, मशीन लर्निंग, इंटरनेट ऑफ थिंग्स और साइबर सुरक्षा जैसे अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल करेगा।
आईआईटी के निदेशक प्रो. मणींद्र अग्रवाल के नेतृत्व में वरिष्ठ वैज्ञानिकों की टीम लगातार प्रयागराज का दौरा कर रही है, ताकि डिजिटल सुरक्षा का निरीक्षण किया जा सके। सुरक्षा के लिए ड्रोन की मदद से निगरानी की जा रही है, और जगह-जगह सेंसर और स्कैनर लगाए गए हैं।
वीवीआईपी की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए आरएस-आईडी और मेटल डिटेक्टर का इस्तेमाल किया जाएगा। वैज्ञानिक रिव्यू के आधार पर डिजिटल सुरक्षा में लगातार सुधार किया जाएगा, ताकि किसी भी कमी को तुरंत दूर किया जा सके।
प्रभारी प्रो. दीपू फिलिप ने बताया कि पिछले दो महीनों से महाकुंभ की सुरक्षा के रिव्यू पर काम चल रहा है, और उनकी टीम इस दिशा में निरंतर प्रयासरत है।